ओम प्रकाश पाण्डेय की रिपोर्ट
गड़वार(बलिया)। करमौता से विद्युत उपकेंद्र रतसर को जोड़ने वाली 33 केवी का तार शुक्रवार की शाम गांधी इण्टर कालेज सिकन्दरपुर के समीप मिल्की मुहल्ला के पास ओवर लोडिंग के चलते 6 पोल का तार टूटकर गिर गया। संयोग से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ लेकिन इससे 142 गांव रात भर अंधेरे में डूबा रहा वहीं उमस भरी गर्मी में पूरी रात लोग बिलबिला गए। 18 घंटे बाद शनिवार की दोपहर सप्लाई चालू होने के बाद लोगों को राहत मिली।
रतसर उपकेन्द्र को करमौता पावर स्टेशन से विद्युत आपूर्ति होती है, लेकिन अचानक तार टूटकर गिरने से गांव अंधेरे में है। रात में ही जेई जितेन्द्र कुमार के नेतृत्व में बिजली कर्मचारियों ने प्रयास किया लेकिन तार टूटने वाले जगह पर अंधेरा होने के कारण सफलता नही मिल पायी। इसके कारण पानी टंकी की जलापूर्ति भी ठप रही। मोबाइल नेटवर्क ध्वस्त रहा।
गर्मी के कारण बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक रातभर बिलबिलाते रहे। अगले दिन कर्मचारियों ने किसी तरह से तार को जोड़कर दोपहर बाद सप्लाई चालू की। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। रात भर रतसर, पकड़ी, पहराजपुर, सलेमपुर व जनऊपुर झगही, कोटवा, दामोदरपुर आदि सैकड़ो गांवों के लोग परेशान रहे। मौके पर राजेश यादव, दद्दन राम, रविन्द्र, चन्द्र प्रकाश तिवारी, बच्चालाल, राम नारायन, जय प्रकाश, बादशाह, जितेन्द्र, मोतीलाल, दद्दन भारद्वाज, अवधेश मौजूद रहे।
जेई जितेन्द्र कुमार ने बताया कि वर्षों पूर्व खींचे गए तार अत्यंत जर्जर हो चुके है। ओवर लोडिंग के चलते तार गलकर टूट जाते है। जर्जर तार बदलवाने के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."