विरेन्द्र हरखानी की रिपोर्ट
जोधपुर। किसी भी व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता और सम्मान का अधिकार ही मानव अधिकार है। मनुष्य योनि में जन्म लेने के साथ मिलने वाला प्रत्येक अधिकार मानवाधिकार की श्रेणी में आता है। संविधान में बनाये गए अधिकारों से बढ़कर महत्व मानवाधिकारों का माना जा सकता है। इसका कारण यह है कि ये ऐसे अधिकार हैं जो सीधे प्रकृति से सम्बन्ध रखते हैं जैसे जीने का अधिकार केवल कानून सम्मत अधिकार नहीं है बल्कि इसे प्रकृति से प्रदान किया गया है। सभी व्यक्तियों को गरिमा और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतंत्रता और समानता प्राप्त है। वास्तव में प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे जीवन स्तर को प्राप्त करने का अधिकार है जो उसे और उसके परिवार के स्वास्थ्य, कल्याण और विकास के लिए आवश्यक है।
मानव अधिकारों में आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक अधिकारों के समक्ष समानता का अधिकार एवं शिक्षा का अधिकार आदि नागरिक और राजनैतिक अधिकार भी सम्मिलित हैं। उसमे ही है एक गैर सरकारी संघटन की नींव रखी गयी जिसका नाम है
राष्ट्रीय मानव अधिकार पर्यावरण सुरक्षा एवं भ्रष्टाचार निवारण (रजि.) संगठन |
जिसमे कल राष्ट्रीय अध्यक्ष और संस्थापक बालू सिंह झाला ने अपनी नई टीम का गठन किया | जिसमे उन्होंने कल्याण सिंह को दिल्ली प्रभारी, राजेंद्र प्रसाद व्यास को राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष, अमीना बानो को महिला प्रदेश अध्यक्ष, सुनील चारण को प्रदेश सचिव, विरेन्द्र हरखानी को प्रदेश मीडिया प्रभारी, दीपक गुजर को जोधपुर जिला अध्यक्ष और संगीता सिंह को महिला जोधपुर जिला अध्यक्ष बनाया गया और साथ ही सबको माला पहनाकर और नियुक्ति पत्र देकर समानित किया गया | और साथ ही सबने सपथ ली की वो संघटन की मान और प्रतिष्टा को नई बुलंदियों तक पहुँचायेंगे और जल्द अपनी टीम का गठन करेंगे।
इस मीटिंग में गुड्डी ख़ान, सुमन माथुर, कविता कुशवाह, शीला आचार्य, कामिनी राठौर, प्रियनशी राठौर, निर्मला शर्मा और गोपी किशन उपस्थित थे।
Author: samachar
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