Explore

Search

November 2, 2024 1:06 am

बिना किसी जातिगत भाव के सपत्नीक समाज में सदैव लगे इस व्यक्ति की उपलब्धियां मांग रही है वोट

1 Views

संवाददाता- विवेक चौबे

गढ़वा : एक ऐसे व्यक्ति के व्यक्तिवत्व की विवेचना करते हैं, जिन्होंने निजी खर्च से समाजसेवा किया। हम किसी और की नहीं बल्कि युवा समाजसेवी इमामुदिन खान की बात कर रहे हैं। इनकी पत्नी हुसन आरा बीबी, जो कांडी प्रखण्ड के उतरी भाग- 04 से जिला परषिद पद के लिए चुनाव लड़ रही हैं।

बेहद योग्य, शिक्षित, कर्मठ व जुझारू नेत्री, जो क्षेत्र में विकास करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। वे समाजसेवा नाम के लिए करना चाहती हैं।

वे बताती हैं कि इस दुनिया में कदम रखने वाले सभी इंसानों को कभी जन्नत का भी सैर करना पड़ता है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म से क्यों न हो। कहती हैं कि हम सभी देशवासी एक समान हैं। कोई भेद-भाव किसी से नहीं रखतीं।

वहीं समाजसेवी इमामुदिन खान की बात करें तो वे बेहद शुशील, मददगार व निष्पक्ष व्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं। उन्होंने गरीबों की गरीबी बड़ी नजदीकी से देखी है।

मीडिया से बात करते हुए कहते हैं कि जब विश्वव्यापी कोरोना महामारी का आगमन हुआ था, उस वक्त प्रवासी मजदूर कोई पैदल तो कोई अन्य साधन से अपने घर वापस आ रहे थे। उन्हें क्वारेनटाइन सेंटर में रखा जा रहा था। वहीं गरीबों की गरीबी भी बाहर दिख रही थी। खाने-खाने को मोहताज थे गरीब। वैसे असहाय गरीब व जरूरतमंदों की सेवा की। उन्होंने लॉकडाउन में खाने का सामग्री वितरण किया। कस्तूरबा स्कूल के पास रास्ता के लिए उन्होंने साढ़े 8 डिसमिल जमीन दान में दी, जिससे लोगों को आने जाने में कोई दिक्कत न हो। जबकि सड़की गांव निवास देवराज ठाकुर के घर से सोन नदी स्थित श्मशान घाट तक जाने के लिए एक सौ फीट लंबा व 10 फीट चौड़ा रोड के लिए जमीन दान दी, जिससे लोग मृतक का अंतिम दाह संस्कार के लिए जा सकें व शव यात्रा में कोई कठिनाई न हो।

उन्होंने पतीला गांव स्थित देवी धाम के प्रांगण में निजी खर्च से एक चापाकल गड़वाया, जिससे माता रानी का दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को पीने के लिए पानी मिल सके। बेलहथ गांव स्थित वीर नाथ बाबा के पास भी निजी खर्च वहन कर चापाकल गड़वाया, जिससे पथिकों की प्यास बुझ सके। हरिहरपुर गांव की एक लड़की की शादी में पलंग दान दिए। डुमरसोता गांव स्थित सोन नदी में डूबे सात युवकों की शव को खोज-बिन करने हेतु अपनी गाड़ी से शव ढूंढने वाले व पानी से बाहर निकालने वाले पनडुब्बी को तत्काल लाया। इसके अलावे दर्जनों लड़कियों की शादी में 10 हजार रुपए नगद देकर आर्थिक मदद की।

श्रीनगर गांव स्थित टीले पर शिव मंदिर को घेरने के लिए लोहे की खूंटे जो लगभग 30 हजार रुपए की लागत राशि से घेरवाए। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर लगे अचार संहिता से पूर्व उक्त सभी कार्य निजी खर्च से किए। उन्होंने उक्त सभी उपलब्धियों की गिनती गिनाते हुए कहा कि आगे भी समाज सेवा करने हेतु संकल्पित हूँ।

उन्होंने क्षेत्र की जनता से आग्रह करते हुए कहा कि सभी लोग जिला परिषद सदस्य पद हेतु मेरी पत्नी हुसन आरा बीबी के लिए बेंच छाप पर मुहर लगा कर भारी मतों से विजयी कराएं, जो बैलेट पेपर के क्रम संख्या- 05 पर अंकित है।

उन्होंने कहा कि सभी जाति व धर्म के लोगों को सम्मान देता हूँ। आगे भी इज्जत दूंगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में चहुंमुखी विकास हो केवल यही तमन्ना है मेरे दिल में। एक बार सेवा करने के लिए मौका दें।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."