राधेश्याम पुरवैया की रिपोर्ट
उज्जैन। महाकाल मंदिर का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में कुछ महिलाएं गर्भगृह में दर्शन करने जाने से पहले जींस और सलवार सूट पर साडी लपेटती हुई दिखाई दे रही हैं। मंदिर के नियमों को दरकिनार कर मंदिर के गर्भगृह से दर्शन कराने का वीडियो सामने आने के बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने कार्रवाई की बात कही है। यह वीडियो किसने बनाया है अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है सोशल मीडिया पर वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
दरअसल उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में दर्शन को लेकर अपने नियम हैं। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आम श्रद्धालुओं के दर्शन बंद होने पर 1500 रुपये की रसीद लेकर बाबा महाकाल के गर्भगृह में दर्शन किये जाते हैं। महाकाल मंदिर प्रबंधन समिति ने इसके लिए ड्रेस कोड अनिवार्य किया है। गर्भगृह दर्शन के समय महिला को साड़ी और पुरुषों को धोती और सोला पहनकर जाना होता है।
हालांकि, यहां यह नियम वर्षों पुराने हैं। मंदिर के नियमों की अनदेखी कर मंदिर की परम्परा को तोडा जा रहा है। वीडियो वायरल के बारे में कहा जा रहा है कि इसमे किसी पंडित या पुरोहित ने अपने जजमान को साड़ी ऊपर से लपेट कर दर्शन करवाए हैं। पूरे मामले में कलेक्टर ने भी जांच की बात कही है।
उज्जैन महाकाल मंदिर में मंगलवार से शुक्रवार तक कम श्रद्धालुओं के होने की स्थिति में दोपहर एक बजे से चार बजे तक आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश मिलता है। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य नहीं है।
लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं के अधिक होने की वजह से गर्भगृह में 1500 रुपये की रसीद से ही उन्हें प्रवेश मिलता है। इस दौरान महिला श्रद्धालु साडी और पुरुष धोती और सोला पहनकर मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। यही नियम छोटे बच्चों के लिए भी लागू होते हैं।
उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने कहा की मंदिर की परम्परा और विधि- विधान का सभी को पालन करना चाहिए। अगर किसी ने परम्परा को तोड़ा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में पुजारी पुरोहित की मिली भगत मिली तो उन पर भी कार्यवाही की जायेगी।
Author: samachar
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