दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
गोरखपुर। शादी करने का वादा करके प्रेमिका को अपने घर लाने वाला युवक अपनी बात से मुकर गया। शादी करने का दबाव बना रही प्रेमिका को उसने घर से निकाल दिया। इसके बाद थाने पहुंची पीड़ित ने प्रेमी के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस आरोपित को हिरासत में लेकर थाने आई तो उसका विचार बदल गया। जेल जाने के डर से उसने थाना परिसर के मंदिर में प्रेमिका से शादी कर ली।
पूरा मामला: दो माह पहले युवती इस्लामपुर गांव में अपनी बहन के घर आई थी। जहां पड़ोस में रहने वाले राकेश नाम के युवक से उसकी बातचीत शुरू हो गई। नजदीकी बढ़ने पर राकेश ने बात करने के लिए युवती को मोबाइल खरीद कर दे दिया। शादी करने का वादा करके दो दिन पहले युवती को अपने घर उठा लाया। युवती के परिजन खोजबीन करते हुए युवक के घर पहुंचे और तलाशी लेने पर युवती मिल गई।
दोनों के सजातीय होने पर युवती के स्वजन शादी करने को तैयार हो गए। लेकिन राकेश अपनी बात से मुकर गया। युवती ने दबाव बनाया तो घर से निकाल दिया। जिसके बाद स्वजन के साथ थाने पहुंची युवती ने राकेश के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस हिरासत में लेकर थाने ले आई। हवालात में पहुंचते ही राकेश का विचार बदल गया। हल्का दारोगा चंद्रभान सिंह ने बताया कि लड़के को थाने लाया गया था। आपसी सहमति से शादी करने के बाद दोनों परिवार के लोग घर चले गए।
परामर्श देकर तीन परिवार को मिलाया: उधर, परिवार परामर्श केंद्र में तैनात पुलिसकर्मी के प्रयास से तीन परिवार एक साथ रहने को तैयार हो गए। खोराबार के तकिया निवासी सुरेंद्र, पिपराइच के बेलवा रायपुर निवासी निवासी रितेश व कुशीनगर के मदरहा पकड़ी निवासी ऋषभ देव का पत्नी से मनमुटाव चल रहा था। तीनों परिवार को परिवार परामर्श केंद्र बुलाया गया।काउंसिलिंग के बाद मनमुटाव भूलकर तीनों परिवार के लोग साथ रहने को तैयार हो गए।
बाल विवाह व बाल श्रम रोकने को किया जागरूक: उधर, मिशन शक्ति अभियान के तहत एएचटी (एंटी ह्यमन ट्रैफिकिंग)थाने की पुलिस ने जागरुकता अभियान चलाया। थाना प्रभारी के साथ कुसम्ही जंगल स्थित बुढ़िया माता मंदिर पहुंचे दारोगा व सिपाहियों ने स्थानीय लोगों को बाल विवाह, बालश्रम रोकने के लिए जागरूक किया। साथ ही यह भी बताया कि अपने गांव व पड़ोस में भी प्रचार-प्रसार करें।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."