सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। सूर्यनगरी में सोमवार की देर रात को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसकी वजह से पूरे इलाके में अबतक तनाव व्याप्त है। दरअसल, स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर इस्लामिक झंडा फहराने की बात को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद शुरू हुआ और दोनों तरफ से पत्थरबाजी और मारपीट की गई जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है। घटना के बाद पूरे इलाके में इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई हैं और पुलिस लगातार गश्त लगा रही है. पूरे इलाके में अबतक तनाव व्याप्त है।
जानिए क्या है मामला
दरअसल, जोधपुर में इन दिनों तीन दिवसीय परशुराम जयंती महोत्सव चल रहा है उसी कड़ी में जोधपुर के जालौरी गेट चौराहे पर लगी स्वतंत्रता सेनानी बालमुकंद बिस्सा की मूर्ति पर भगवा ध्वज फहराए गए थे जिसको लेकर प्रशासन ने ब्राह्मण समाज से अनुरोध कर सोमवार को दोपहर में भगवा ध्वज उतरवा लिए थे लेकिन रात होते-होते अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी के प्रतिमा पर चढ़कर समुदाय विशेष का ध्वज लगा दिया और उनके चेहरे को टेप से ढंक दिया।
इस बात को लेकर स्वर्गीय स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा के रिश्तेदार और अन्य लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से बातचीत की और कहा कि इस्लामिक ध्वजा को उतार लें। इसी बात से विवाद उत्पन्न हु्आ और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने हिंदू संगठन के लोगों पर हमला कर दिया और बुरी तरह से उन्हें पीटा, जिसके बाद हिंदू संगठनों के लोग बचने के लिए पास स्थित पुलिस चौकी में पहुंचे लेकिन अल्पसंख्यकों की भीड़ ने पुलिस चौकी में ही तोड़फोड़ शुरू कर दी और हिंदू संगठनों के लोगों के साथ जमकर मारपीट की।
आग की तरह फैली दंगे की खबर
ये सब पुलिस की मौजूदगी में हो रहा था, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस उनके आगे बेबस नजर आई। बाद में कंट्रोल रूम से अतिरिक्त पुलिसबल लेकर पहुंचे डीसीपी ने लोगों को काबू में करने की कोशिश की। तब तक पूरे शहर में यह खबर आग की तरह फैल गई थी कि जालोरी गेट चौराहे पर हिंदू-मुस्लिम के बीच दंगा हो चुका है।
पुलिस पर किया पथराव, कई पत्रकार घायल
इसके बाद दोनों ही समुदायों के लोग जालोरी गेट पहुंचने लगे। जिसके बाद बिना किसी उच्च अधिकारी के आदेश के उदय मंदिर थाना अधिकारी अमित सिहाग ने लोगों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया। पुलिस की लाठीचार्ज में कई पत्रकार भी घायल हो गए। उसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय के लोग सैकड़ों की संख्या में जालोरी गेट चौराहे की तरफ बढ़ने लगे और उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
बवाल इतना बढ़ा कि लोगों ने रास्ते में जो भी मिला उनके साथ मारपीट शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े जिसके बाद थोड़ी स्थिति शांत हुई। इसके बाद अल्पसंख्यक वर्ग के काजी साहब ने लोगों से बातचीत की और समझा-बुझा कर मामला सुलझाने का प्रयास किया।
स्थिति नियंत्रण में, इंटरनेट सेवाएं बंद की गईं
वहीं सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास और महापौर दक्षिण वनीता सेठ ने दोषी पुलिस अधिकारियों को हटाने की मांग की। फिलहाल अल्पसंख्यक वर्ग के नेता जी ने सभी मुस्लिम लोगों से अपने घरों और मोहल्ले में मस्जिद में नमाज पढ़ने का आह्वान किया है वह हिंदू संगठन जालोरी गेट चौराहे पर अभी भी धरना दिए बैठे हैं फिलहाल पूरे शहर में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
जिला प्रशासन ने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए एहतियातन इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है। रात 1 बजे से जोधपुर में सभी इंटरनेट सेवाएं ठप रहेंगी। जोधपुर के संभागीय आयुक्त हिमांशु गुप्ता की ओर से जारी आदेश में पूरे जोधपुर जिले में इंटरनेट सेवा बंद की गई है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."