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November 22, 2024 3:29 pm

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माटी की ओर चलो ; बैलगाड़ियों का जुलूस, सिनेमा और गांव की प्रतिभाएं जब एक मंच पर होंगी तो धमाल कमाल का मचेगा

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला और नौशाद अली की रिपोर्ट

जालौन, कोंच : तृतीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आयोजन में बुंदेलखंड की हृदयस्थली में आने के लिए लोग सजने लगे हैं। वहीं माटी की ओर चलो नारे के साथ फेस्टिवल शहर, सिनेमा एवं गांव कस्बों की प्रतिभाओं को एक मंच पर लाने का प्रयास तेज हो गया है। फिल्म फेस्टिवल के संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने बताया कि तृतीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की सांस्कृतिक यात्रा में बैलगाड़ियों का उपयोग किया जाएगा। जो किसानों के सम्मान के साथ-साथ बुंदेली ग्रामीण कल्चर को जीवंत उकेरने का कार्य करेंगी। इसके साथ ही कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बिजूका, सुआटा, झिंझिया, महबुलिया,हरदौल का भात आदि आकर्षण होंगे। तृतीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल बुंदेली संस्कृति से ओत-प्रोत रहेगा। उन्होंने बताया कि 30 जून को नगर में सांस्कृतिक यात्रा निकलेगी तथा 1 से 3 जुलाई तक आफलाइन एवं आनलाइन कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होगा। फेस्टिवल में देश के विभिन्न प्रांत व शहरों से तीन सैकड़ा से अधिक लोग सहभागिता करने कोंच आएंगे। सभी का आगमन फेस्टिवल को भव्य और विशाल बनाएगा। पारस ने बताया कि फेस्टिवल के द्वारा यह कोशिश है कि बुंदेलखंड में मुंबई की संस्कृति नहीं बल्कि मुंबई में बुंदेलखंड की संस्कृति को बढ़ावा मिले। उसका प्रचार प्रसार हो जिससे आगामी समय में सकारात्मक परिणाम सामने आ सकें।

बहू बेटियां बनाईं गई फेस्टीवल सहेली

कोंच नगर में पहली बार इतना विशाल आयोजन हो रहा है। मुंबई सहित विभिन्न स्थानों से आने वाली महिलाओं को कोंच आकर परिवार जैसी अनुभूति मिले और उन्हें कोई भी दिक्कत न हो। इसके लिए नगर की 71 महिलाओं/बालिकाओं का संगठित करते हुए महिला मंडल गठन किया गया है।

यह मण्डल बाहर से आई महिलाओं के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करने के साथ-साथ, मंच सज्जा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों आदि में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। साथ ही यह टीम सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहेगी। बताया कि खास बात यह है कि ‘फेस्टिवल सहेली’ का कॉन्सेप्ट अमल में लाते हुए मण्डल में पदों का सृजन न करते हुए टीम भावना हमेशा बरकरार रहे, इसके लिए मण्डल की महिलाओं को “फेस्टिवल सहेली” बनाया गया है।

संस्थापक संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने कहा कि फेस्टिवल सहेली के तौर पर अंशिता बुधौलिया, मोनिका सर्राफ, दीपल गुप्ता, ऋतु उपाध्याय, निधि सोनी, प्रिंसी चौहान, साहना खान, नैना अग्रवाल, अंशु सोनी, सीमा सिंह, रौली मिश्रा, अर्चना सोनी, वंदना अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल, सोनम अग्रवाल, प्रिंसी पटेल, अदिति पुरोहित, साधना पुरोहित, काजल अग्रवाल, मधु गुप्ता, प्रियंका सोनी, संस्कृति गिरवासिया, निशा अग्रवाल, रिंकी अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल, यशी सोनी, प्रियंका गिरवासिया, बबिता अग्रवाल, निशा सिंह, प्रिया पहारिया, निधि सिंघल, राखी अग्रवाल, प्रज्ञा शाक्य, प्रिंसी अग्रवाल, ज्योति निरंजन, खुशी सोनी, कोमल सिंह, नेहा नीरज खरे, गोल्डी पटेल, निधि गिरवासिया, प्रेरणा, डॉ. सावित्री गुप्ता, नीलम सोनी, राधिका पटेल, नैना सोनी, लक्ष्मी कुशवाहा, प्रीति सोनी, साक्षी अग्रवाल, पूजा शुक्ला, नीशू झा, अनीता शुक्ला, माधुरी मयंक, डोली अग्रवाल, मीनू अग्रवाल, रश्मि मित्तल, रश्मि अग्रवाल, अपूर्वा, चांदनी सोनी, शिल्पी सोनी,उर्मिला सोनी, प्रेरणा शाक्य, रितिका वर्मा आदि को रखा गया है।

मुखिया एवं नौ रत्न बढ़ाएंगे फेस्टिवल की शोभा

सीटीसीएस फैमली एवं बालमंच के कर्ता-धर्ता मनोज कुमार, दो दर्जन से भी अधिक बार रक्त दान कर चुके बलरामपुर के वरिष्ठ समाजसेवी मनोज अग्रवाल, अंजली प्रोडक्शन के बृजेन्द्र बहादुर मौर्य, प्रगति विचारधारा फाउंडेशन की अध्यक्ष नेहा नीरज खरे आदि ने अपने विचार रखते हुए कहा कि कोंच फ़िल्म फेस्टिवल के सफल आयोजन के लिए वह अपना भरपूर साथ देंगे और कार्यक्रम को परवान चढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास किये जाएंगे।

कोंच फ़िल्म फेस्टिवल के संस्थापक/संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने कहा कि फेस्टिवल को लेकर निरन्तर प्रत्यनशील हूँ। विश्वास है कि तीसरा कोंच इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल का ऑफलाइन आयोजन कोंच के लिए संजीवनी साबित होगा। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष फेस्टिवल मुखिया के कॉन्सेप्ट को फेस्टिवल से जोड़ा गया था जिसके तहत किसी एक सभ्रांत व्यक्ति को फेस्टिवल मुखिया का दायित्व सौंपा जाता। इस कॉन्सेप्ट में बदलाव करते हुए फेस्टिवल मुखिया के साथ-साथ नौ रत्न भी कोंच इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल के बनाये जाएंगे, जिनमें सिनेमा, प्रशासन, समाज, साहित्य, राजनीति आदि की विभूतियां होगी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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