राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। तेज पछुआ हवाओं के बीच रविवार को जिले में आग ने जमकर ताण्डव मचाया। करीब सौ स्थानों पर जिले में आगजनी की घटनाएं हुईं। इस दौरान दर्जनों घर भी जल गए। कहीं से मानव क्षति की सूचना नही है। लगातार हुई आगजनी की घटनाओं के चलते फायर ब्रिगेड की टीम पूरे दिन दौड़ती रही। इन सभी गांवों में राजस्व विभाग की टीम पंहुच कर किसानों के क्षति का आंकलन करने में जूटी हुई है ।
बरहज तहसील क्षेत्र स्थित महेन गांव की सीमा से शुरू हुई आग कपरवार, लबकनी ईश्वर, पठखौली, खोरी, लक्ष्मीपुर, नौकाटोला नई बस्ती, रमईपुरा, परसिया तिवारी, खाली टोला, पचौहा ,मईल, मैलौटा, देवसिया, इसारू, धरमेर गांव में खूब तांडव मचाया। इसके चलते परसिया तिवारी, पठखौली, खोरी सहित कई गांव आग से चारों तरफ से घिर गए। इसके चलते ग्रामीणों में अफरा तफरी का माहौल बन गया। धुंआ अधिक होने से किसी को कुछ दिखाई नही दे रहा था।
कपरवार गांव में कपरवार-पटखौली मार्ग पर तेलिया बारी के समीप भीषण आग लग गई। घटना में कपरवार निवासी अलीहुसैन पुत्र झगरू का 10 कट्ठा गेंहू की खड़ी फसल व खेत मे बना भूसा जल कर राख हो गया। सूचना पर पहुंचे डायल-112 व ग्रामीण आग पर काबू नही पा सके। जगदीश दुबे व नंदलाल यादव का बांध कर रखा गया गेहूं का करीब 100 बोझ जल गया। वहीं, कपरवार पूरब टोला में बिजली तार से निकली चिंगारी से बांस की कोठ में आग लग गई। ग्रामीणों के अथक प्रयास से आग पर काबू मिला।
सलेमपुर संवाद सूत्र के अनुसार डोल छपरा में गेंहू की डंठल जलाने के दौरान आग लग गई। कुछ ही देर में आग की लपटों ने एक दर्जन रिहायशी झोपड़ियों को अपनी आगोश में ले लिया। कुछ ही देर में सभी झोपड़ियां जल कर खाक हो गईं। सूचना के तीन घंटे बाद फायर बिग्रेड की की टीम पहुंची। ब्लॉक क्षेत्र के अतरौली में भी आगजनी की घटना हुई। इसमें गांव के जनार्दन साहनी, देवेंद्र, किशन साहनी पुत्र द्वारिका तीन झोपड़ी, मुकेश साहनी, कंचन साहनी व चन्दन साहनी पुत्र गिरधारी की चार झोपड़ी, धर्मेन्द्र, राजेन्द्र पुत्र ठाकुर साहनी की झोपड़ी जलकर राख हो गई। डोल छपरा गांव में राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम ने पहुंच कर लोगों को मदद का आश्वासन दिया।
गौरीबाजार संवाद सूत्र के अनुसार शार्टसर्किट से उठी चिंगारी से लवकनी में पांच रिहायशी छप्पर जल कर राख हो गया। वहीं आग की लपटें गेहूँ की खड़ी फसलों में भी पकड़ लिया। जिससे किसानों का दस बीघा गेहूँ की फसल जल गई। ग्रामीणों ने अथक प्रयास से आग पर काबू पाया। इस घटना में कोयली देवी पत्नी स्व. खिलाड़ी, गोधनी देवी पत्नी श्रीराम, दुर्गावती देवी पत्नी स्व. योगेंद्र, रेखा पत्नी राधेश्याम चौहान, बनवारी चौहान के रिहायशी छप्पर में आग पकड़ लिया। इन रिहायशी छप्परों में लगी आग से राशन, वर्तन, बिस्तर व कोयली का पांच हजार रुपया जल कर राख हो गया। आग की लपटें खेतों तक फैलने पर नारायण मौर्य, धनेश प्रजापति, बब्बन गोड़ का दस बीघा खड़ी फसल जल गई। ग्रामीणों ने अथक प्रयास से आग पर काबू पाया। वहीं बैताल क्षेत्र के भंडा, जमुना, खिरहां में लगी आग से सज्जन व अन्य लोगों का 300 बोझा गेहूँ जल कर राख हो गया।
पथरदेवा संवाद सूत्र के अनुसार क्षेत्र के सिधावें, पथरदेवा, शाहपुर पुरैनी, सेमरहवां, गोपालपुर, घुड़ीकुंड कला, महुअवां व कुचयां गांव के खेतों में आग लग गई। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। पुलिस प्रशासन के लोग भी मुस्तैद रहे। इस दौरान घंटों अफरा तफरी का माहौल रहा। कई जगह लोगों ने पंपिंग सेट चलाकर खेतों को भिगोया ताकि आग गांव तक नहीं पहुंचे। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."