जावेद अंसारी की रिपोर्ट
लखनऊ, छोटी सी चूक जीवन भर का शूल बन बन जाती है। ठाकुरगंज के राइन नगर में सोमवार को माता-पिता की लापरवाही ने बेटे की जान ले ली। राइन नगर में रहने वाले फरीद अहमद का सोमवार दोपहर में उनके पड़ोसी शमीम से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। दोनों पक्षों में मारपीट के दौरान फरीद ने घर से डबल बैरल लाइसेंसी बंदूक निकाल ली। हंगामा बढ़ता देख ठाकुरगंज पुलिस को स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी दी।
एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि पुलिस फरीद और शमीम को थाने लेकर चली आई। शमीम की तहरीर पर पुलिस ने फरीद के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर छानबीन कर रही थी। इसी बीच सूचना मिली कि फरीद के 10 साल के बेटे अली जैद को गोली लग गई है और परिवारजन उसे ट्रामा सेंटर लेकर गए हैं। इसके बाद पुलिस टीम ट्रामा सेंटर पहुंची और पड़ताल शुरू की। इस बीच अली को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
छानबीन में सामने आया कि शमीम से विवाद के दौरान फरीद ने लाइसेंसी असलहा निकाल लिया था। हालांकि पुलिस के आने पर उसने बंदूक पत्नी असमिया को छिपाने के लिए दे दिया। बंदूक में गोली लोड थी, जिसकी जानकारी असमिया को नहीं थी। असमिया ने बंदूक को बिस्तर पर रख दिया। अली अपनी छोटी बहन परिमा के साथ कमरे में खेल रहा था। इसी दौरान अचानक गोली चल गई। गोली अली के बाएं सीने में लगी। तेज आवाज सुनकर असमिया कमरे में पहुंची तो अली लहूलुहान पड़ा था।
परिवार के लोग अली को ट्रामा सेंटर लेकर गए। हालांकि इस दौरान उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। बाद में इंटरनेट मीडिया पर घटना को लेकर चर्चा तेज होने लगी, जिसके बाद पुलिस ने ट्रामा सेंटर जाकर पूछताछ की। एडीसीपी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। लाइसेंसधारक फरीद ने असलहे को सुरक्षित नहीं रखा था।
लापरवाही बरतने के आरोप में फरीद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की एफआइआर भी दर्ज की गई है। उधर, इस घटना के बाद से पूरे परिवार में काेहराम मचा है। असमिया का रो-रोकर बुरा हाल है।
Author: samachar
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