राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। आज 16 अप्रैल 2022 दिन शनिवार को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है ।जो हनुमान जयंती के नाम से विख्यात है। विद्वानों का मत है हनुमान जयंती नहीं मनाकर हनुमान जी जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाए। सनातन धर्म के द्वारा इनका जन्म एक करोड़ 85 लाख 58 हजार 113 वर्ष पहले चैत पूर्णिमा को प्रातः 6:03 बजे हुआ था। हर वर्ष मनाया जाता है।
जगह-जगह हनुमान जी की मंदिर सुबह से ही सज के तैयार थी। श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही थी। इसी तरह देवरिया जिला के लार थाना- अंतर्गत ग्रामसभा- धंधवार मैं संकट मोचन हनुमान जी के मंदिर भी देखने को मिली जहां सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हुई थी।जहां तुलसीदास रचित रामचरितमानस का सुंदरकांड का पाठ चल रहा था।
इस मंदिर के पुजारी श्री चंद शेखर पाण्डेय प्रसाद वितरण कर रहे थे। इस मंदिर पर ज्यादा भीड़ इकट्ठा होइ थी। क्योंकि यह मंदिर महाकाली जी के मंदिर के ग्राउंड में है। जो महाकाली जी जमीन से उत्पन्न हुई है ।पूरे क्षेत्र के लोग महाकाली जी के दर्शन करने के लिए हमेशा आते रहते हैं। जो निरंकार रूप में यह मंदिर पूरे देवरिया जिला का एकलौता मंदिर है। जा माँ महाकाली जी का कोई स्वरूप नहीं है। जिनका दुर्गा सप्तशती के पहले अध्याय में मिलता है। इस मंदिर के पुजारी श्री चंद्रशेखर पांडेय जी का कहना है जो भी श्रद्धालु जो सच्चे मन से मांगता है ।उसको महाकाली जी पूरा करती हैं।
इसमें विशेष रूप से- अशोक तिवारी, प्रमोद तिवारी, संजय कुशवाहा, राजेश तिवारी(पप्पू), पंडित लालबहादुर तिवारी, गजेंद्र तिवारी, रामेन्द्र तिवारी, प्रेम शंकर तिवारी, संजय तिवारी, विनोद त्रिपाठी, पवन तिवारी, भूपेंद्र तिवारी,श्री आदित्य नाथ तिवारी, विद्यासागर तिवारी, विनोद तिवारी, बाबा तिवारी, रामू तिवारी, आदि लोग थे।
Author: samachar
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