सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती समारोह संयुक्त समिति के तत्वावधान में भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती गुरुवार को धूमधाम से मनाई गई। समिति के बैनर तले अलग-अलग संस्था-संगठनों की ओर से रैलियां निकाली गई।ं नागौरी गेट सर्किल स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। रक्तदान शिविर सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम व वैचारिक संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ।
अम्बेडकर सर्किल पर आयोजित मुख्य समारोह का आगाज बाबा साहब की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित कर किया गया। स्वागत उद्बोधन समिति संयोजक पूर्व प्राचार्य चेतनप्रकाश ने दिया। मुख्य वक्ता बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताराराम मेहना ने वर्तमान परिस्थितियों को धातक बताते हुए अवसरवादियों से सावधान रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जो कहते हैं कि भारत को विश्व गुरू बनाएंगे वे झूठी बाते कर रहे हैं। भारत कल भी विश्व गुरू था, आज भी है। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत हैं, जो शब्दों से खेलते हैं। हमें समरसता नहीं समता आधारित समाज की स्थापना करनी है।
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान की प्रभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. कान्ता कटारिया ने कहा डॉ. भीमराव अम्बेडकर प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले शिक्षित एवं समाजसेवी थे। वे सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए एक प्रेरणास्पद व्यक्ति थे, हमे उनके जीवन से प्रेरणा लेकर एवं उनकी सीख को आत्मसात करने की आवश्यकता है। डॉ. कटारिया ने कहा कि अम्बेडकर ने इतिहास की धारा ही बदल दी तथा परम्पराओं को तोड़कर नवीन भारत की सोच रखी। वे सच्चे अर्थ में युगदृष्ट्रा थ।
राजस्थान प्रशासानिक सेवा के अधिकारी रोहट एसडीएम सुरेश कुमार भाटी ने कहा कि पड़ोसी क्या कर रहा है, इसकी बजाय हमे अपने आप पर ध्यान देकर सुनहरे भविष्य का निर्माण करना है।
इसी प्रकार शिवनारायण इनाणिया, लूणचंद सिनवावड़िया सहित कई वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में बाबा को याद करते हुए उनके मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
मंच संचालन लोक गायक व एंकर चम्पालाल घारू तथा जयप्रकाश नारायण ने किया। समिति सह-संयोजक महेंद्र नागौरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
रैलियों में उमड़ा जनसैलाब
चम्पालाल घारू ने बताया कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती संयुक्त संघर्ष समिति की अगुवाई में कई संगठनों की तरफ से रैली निकाली गई। डॉ. बीआर अम्बेडकर मिशन टीम भदवासिया की ओर कन्या छात्रावास भदवासिया से जालोरी गेट, सोजती गेट, पावटा होते हुए नागौरी गेट सर्किल तक रैली निकाली गई।
रैली में सैकड़ों की संख्या में युवा बाबा साहब की शिक्षाओं पर आधारित धूनों पर थिरक रहे है थे। इसी प्रकार राजस्थान जटिया रैगर विकास सभी की ओर से खेतानाड़ी छा़त्रावास से नागौरी गेट तक रैली निकाली गई।
समता सैनिक दल जिला शाखा जोधपुर की ओर से यूआईटी क्वार्टर मसूरिया से अंबेडकर सर्किल नागौरी गेट तक समता सद्भावना रैली निकाली गई। साथ ही बाबा साहेब के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। अम्बेडकर क्रांति सेना के प्रदेशाध्यक्ष अनिल तेजी के नेतृत्व में प्रताप नगर से नागौर गेट सर्किल तक रैली निकाली गई। इसी प्रकार गंडेरों की ढाणी, शोभावतों की ढाणी, प्रताप नगर, केरू सहित विभिन्न स्थानों से सैकड़ों की संख्या में बाबा साहब के अनुयायी रैली के रूप में नागौर गेट अम्बेडकर सर्किल पहुंचे तथा यहां बाबा साहब की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
गर्मी को देखते हुए जगह-जगह रैलियों में शामिल लोगों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई। जय भीम के जयकारों और डीजे की धुन पर थिरकते युवा नीला झंडा और नीली टोपी के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ रहे थे।
200 युवाओं ने किया रक्तदान
संयोजक चेतन प्रकाश नवल ने बताया कि समिति के तत्वावधान में नागौरी गेट जटिया समाज भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान युवाओं में रक्त दान के प्रति जबरदस्त जुनून देखा गया। करीब 200 यूनिट रक्त का संग्रहण हुआ जो, जरूरतमंदों के लिए काम आएगा। रक्तदान शिविर में संतोष कुमार बड़ारिया, चम्पालाल नवल, मुकेश नवल सहित कई लोगों का सराहनीय योगदान रहा। समारोह स्थल पर अतिथियों, रैली के अगुवाओं, कार्यकर्ताओं व समाज के गणमान्यों को संविधान की प्रति व पंचशील ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने समा बांधा
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में करीब 50 से ज्यादा देशों में अपनी कला की धाक जमा चुकी सुआदेवी कालबेलिया एंड टीम की नृत्यांगनाओं ने लोक गीतों पर भव्य प्रस्तुतियां देकर समा बांध दिया।
पुनाराम सांसी के अगुवाई ने छोटे बच्चों ने योगा का शानदार प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया। विश्राम मीणा ने बाबा साहब शानदान कविता का प्रस्तुतिकरण दिया। अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार कालुराम प्रजापति ने अपने सुप्रसिद्ध ‘ब्याह बीनणी बिलखू मैं तो….’ गीत की प्रस्तुति देकर सबकों थिरकने पर मजबूर कर दिया।
इस दौरान संयोजक मंडल के महेंद्र नागौरी, कालुराम सोनेल, सोहनलाल लखानी, कमला बुगालिया, लक्ष्मणदास बाघराणा, अणदाराम सिंघारिया, बीएल जाटोल, शेषाराम भाटी, लुभाष राठौड़, जगदीश मालवीय, चम्पालाल घारू, सुरेश खटनावलिया, आनंदपाल चौहान, हरीकिशन खन्ना, सुगनाराम दैया, ओमप्रकाश बौद्ध, ललित जावा, बाबुलाल मौसलपुरी, संजीव कनवाडिया, महेशचंद पंवार, बसंत रोयल, सम्पत चौहान, भीम आर्मी महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष संतोष जयपाल, समाजसेविका शांति चौहान, हुक्मीचंद सामरिया, ब्रह्मसिंह गहलोत, अब्दुल रशीद असांरी, अनिल तेजी, शांति चौहान, संतोष जयपाल, गौतम नवल, सुनील भाटी, इंद्रजीत गुढ़ा, राणाराम सांसी, बुद्धाराम मारू, जयसिंह भील, पूनाराम सांसी, माणकराम बावरी, जेपी नारायण, रामनिवास ह्सून, घनश्याम सी नवल, दलपत बौ़द्ध, मदनलाल नायक तथा शेषनाथ कालबेलिया सहित भीखाराम जाटोलिया, छोटाराम जाटोलिया व सैकड़ों की तादात में बुजुर्ग, युवा, महिलाएं व बच्चें उपस्थित थे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."