सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। घूंघट में महिलाओं की कबड्डी और धोती-साफा पहने बुजुर्गों की दौड़। यह सुनकर एक बार लग रहा होगा कि ऐसा कैसे हो सकता है।
जोधपुर में ऐसा ही अनूठा कॉम्पिटिशन हुआ। शुक्रवार सुबह इसकी शुरुआत महिलाओं की रेस से हुई। इसमें देवरानी-जेठानी और ननद समेत अन्य महिलाओं ने घूंघट में दौड़ भी लगाई और कबड्डी भी खेली।
जोधपुर जिले के बिलाड़ा तहसील के भावी गांव में 14 अप्रैल को श्रीसतीमाता सीलूदेवी सारण मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्यक्रम होना है। यह कार्यक्रम 7 दिनों तक चलेगा। बुधवार को इसी कार्यक्रम के तहत महिला और पुरुषों की दौड़ व कबड्डी का आयोजन किया गया। इस दौरान शहीद भगत सिंह स्टेडियम में 11 तरह के कॉम्पिटिशन हुए। इसका नेतृत्व एयरफोर्स से रिटायर्ड नारायण सारण व राकेश सारण ने किया।
कॉम्पिटिशन में 26 से 50 साल की 28 महिलाओं और 60 से 75 साल के बुजुर्गों ने हिस्सा लिया। 18 महिलाओं ने घूंघट में 100 मीटर तक की दौड़ लगाई। 24 बुजुर्गों के बीच 100 मीटर की रेस हुई। महिलाओं की रेस में खास बात यह थी कि इसमें देवरानी-जेठानी और ननद को एक साथ दौड़ाया गया।
महिलाओं की रेस में रुकमा देवी (40) पहले नंबर पर रहीं। शेणी देवी (42) दूसरे और सुमन (30) तीसरे नंबर पर रहीं। इनमें रूकमा देवी जेठानी और सुमन देवरानी हैं। बुजुर्गों की दौड़ में जुगराम सारण (52) पहले, खेताराम सारण (60) दूसरे और दयाराम सारण (65) तीसरे नंबर पर रहे।
जिंस और घूंघट वाली लड़कियों में मुकाबाला
विजेताओं को 13 अप्रैल को होने वाले जागरण कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। महिलाओं की दौड़ में एक महिला गिर भी गई। फुर्ती के साथ वह दोबारा उठी और दौड़ने लगी। इसके बाद जिंस पहनी लड़कियों और घूंघट डाली महिलाओं के बीच कबड्डी का रोमांचक मुकाबला हुआ।
Author: samachar
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