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10 January 2025 1:34 am

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कुर्सी की चाहत में सीनियर की हत्या करने वाली इस मास्टरमाइंड महिला की खौफनाक कहानी सुनकर दिल दहल जाएगा आपका

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सुहानी राय की रिपोर्ट

मध्यप्रदेश के रिटायर्ड ASP की प्रोफेसर बेटी के काले कारनामे सामने आए हैं। उसकी महत्वाकांक्षा उसे ले डूबी। 50 साल की प्रोफेसर आरती डीन बनना चाहती थी, इसके लिए उसने अपने 51 साल के बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर साजिश रची। डीन के मर्डर के लिए 5 लाख में उधम सिंह गैंग के शूटर्स को सुपारी दी। प्रोफेसर आरती अभी फरार है। पढ़िए, विवादों में रहने वाली प्रोफेसर का डर्टी चैप्टर…

मेरठ (UP) के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वेटरनरी डीन प्रो. राजवीर सिंह पर जानलेवा हमला कराने वाली आरोपी प्रोफेसर डॉ. आरती भटेले का विवादों से पुराना नाता है। आरती मूल रूप से छतरपुर (मध्यप्रदेश) की रहने वाली है। इससे पहले वह जबलपुर वेटरनरी कॉलेज के पैथोलॉजी डिपार्टमेंट में 29 अगस्त 2007 से 17 जनवरी 2014 तक असिस्टेंट प्रोफेसर रही। यहां भी अक्सर सीनियर्स से उसके झगड़े होते रहते थे। सिविल लाइंस थाने (जबलपुर) में उसने इसे लेकर कई शिकायतें भी की थी। जॉब के दौरान ही उसने Phd पूरी की, जो काफी विवादों में रही। इसे लेकर उसके खिलाफ शिकायतें भी हुई।

2014 में 20 जनवरी को आरती भटेले ने मेरठ कृषि विवि के वेटनरी कॉलेज में पैथोलॉजी डिपार्टमेंट जॉइन किया। डीन बनने की चाहत में उसने डीन प्रो. राजवीर सिंह की मर्डर की सुपारी दी थी। मेरठ पुलिस उसके बिल्डर बॉयफ्रेंड अनिल बालियान, सुपारी दिलाने में मदद करने वाले मुनेंद्र बाना, उधम सिंह गैंग के शूटर आशू को अरेस्ट कर चुकी है। आरती और दूसरा शूटर नदीम अभी भी फरार हैं।

इश्क में पड़कर बिल्डर का घर उजड़ा

आरती की शादी हुई, लेकिन औलाद का सुख नहीं मिला। बाद में यही दंपती के जीवन में दरार की वजह बन गई। वर्तमान में पति से अलग रहते हुए वह तलाक का केस लड़ रही थी।

2014 में वह मेरठ में प्रोफेसर बनी, तो उसकी जिंदगी में बिल्डर अनिल बलियान की एंट्री हो गई। शादीशुदा और तीन बच्चों का पिता अनिल, आरती के इश्क में पड़ गया। मेल-मुलाकात से शुरू हुआ रिश्ता नजदीकियों में बदल गया। इसी इश्क ने अनिल का बसा-बसाया घर तक उजाड़ दिया। दोनों बेटे पढ़ाई करने बाहर चले गए। पत्नी छोड़कर मायके चली गई। एक ही शहर में रहने के बावजूद बेटी हॉस्टल में रहकर पढ़ रही है।

मेरठ में खुद को बताती थी सीनियर

मेरठ वेटरनरी कॉलेज में प्रोफेसर राजवीर सिंह 2008 से डीन वेटरनरी हैं। आरती भटेले खुद को सीनियर बताती थी। उसने इस मामले में राजभवन में भी शिकायत की थी। कई सालों से खींचतान चली आ रही थी। दोनों के बीच में बोलचाल तक नहीं होती थी। आरती भटेले खुद सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वेटरनरी कॉलेज की डीन बनना चाहती थी। जब सीधे तौर पर वह उन्हें नहीं हटा पाई, तो रास्ते से हटाने के लिए मर्डर की साजिश रच डाली।

पिता थे पुलिस अधिकारी

आरती भटेले बचपन से ही दबंग थी। पिता पुलिस में DSP से ASP होकर रिटायर हुए थे। पुलिसिया माहौल में लालन-पालन हुआ तो उसी तरह का रौब भी आ गया था। उसकी पहुंच और शिकायतों पर पुलिस एक्शन भी तुरंत लेती थी, इसे लेकर वेटरनरी कॉलेज के कई प्रोफेसर उससे परेशान थे। अब उसकी करतूत सामने आने के बाद उनका कहना है कि वह काफी दबंग और महत्वाकांक्षी महिला है। हालांकि, सामने आकर कोई भी कुछ कहने को तैयार नहीं हुआ। आरती के भाई पुष्पराज भटेले जबलपुर मेडिकल कॉलेज में रेडियोलॉजिस्ट हैं। कभी-कभार आरती उनके यहां आती रहती थी।

आरती ने प्रेमी के साथ बिछाया दोहरा जाल

2014 में अनिल बालियान ने अपनी बेटी का एडमिशन कराया था। उसके बाद प्रो. आरती और अनिल बालियान में संबंध हो गए। प्रो. आरती ने अपने प्रेमी अनिल से कहा कि राजवीर सिंह यदि रास्ते से हट जाए, तो मैं डीन बन जाऊंगी। अनिल बालियान को लालच दिया कि उसकी बेटी को यूनिवर्सिटी में नौकरी दे देगी। इस पर अनिल ने कहा कि उसे सब कुछ मंजूर है। इसके बाद अनिल बालियान ने अपने साथी प्रॉपर्टी डीलर मुनेंद्र बाना को भी साथ ले लिया। मुनेंद्र हापुड़ के चितौली गांव का प्रधान है। 11 मार्च को आरती ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर डीन राजवीर सिंह पर हमला कराया।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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