संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- कर्वी सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत चंद्रगहना में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के द्वारा बनाए गए शौचालयों में घोर धांधली देखने को मिली है जहां पर ग्राम प्रधान द्वारा फर्जी तरीके से शौचालयों का पैसा निकाल लिया गया है लेकिन लाभार्थियों को शौचालय नहीं मिल पाया है
ग्राम पंचायत चंद्रगहना में शौचालय निर्माण में हुई धांधली को लेकर शिकायत कर्ता द्वारा मुख्यमंत्री सहित जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र लिखकर जांच कराए जाने की मांग की गई थी जिसमें खण्ड विकास अधिकारी द्वारा त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित कर जांच कराई गई थी जिसमें शौचालय निर्माण में हुई धांधली की बात सत्य निकली थी जिसकी जांच रिपोर्ट खण्ड विकास अधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय को भेज दी गई थी लेकिन जांच रिपोर्ट सौंपने के कई माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई व जांच रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालने का काम किया गया है जिसको लेकर शिकायत कर्ता ने जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है l
शौचालय निर्माण में हुई धांधली का मामला कुछ इस प्रकार है।
कर्वी सदर ब्लाक के ग्राम पंचायत चंद्रगहना में पूर्व प्रधान रामबरन यादव ने तत्कालीन जिलाधिकारी महोदय से यह कहकर के ग्राम पंचायत के ज्यादातर लाभार्थी नशे के आदी हैं जिससे कि यह लोग शौचालय की धनराशि निर्माण में प्रयोग न करके खा जाएंगे तत्कालीन ग्राम प्रधान रामबरन यादव विकास खण्ड कर्वी में प्रधान संघ का सदस्य था जिससे की उसकी बातों का जिलाधिकारी महोदय ने विश्वास कर लिया और शौचालय निर्माण की धनराशि ग्राम पंचायत के खाते में भेज दिया जिसका फायदा उठाकर ग्राम प्रधान व सचिव ने संयुक्त हस्ताक्षर से कार्य पूर्ति शौचालय पूर्ण की सूची जिला प्रशासन को भेज दी जिसमें 377 व्यक्तियों की सूची थी लेकिन उस सूची में 24 ऐसे व्यक्तियों का नाम था जिनको न तो शौचालय दिया गया है और न ही उनके घर पर शौचालय बना हुआ है व दूसरे शौचालयों की फोटो अपलोड करके सरकारी धन का बंदरबाट किया गया है इसके अतिरिक्त सात लाभार्थी ऐसे हैं जिनकी सिर्फ छह हजार रुपए दिए गए हैं लेकिन उनका भी पैसा निकाल लिया गया है इसके अतिरिक्त चंद्रगहना बेस लाइन सूची के क्रम संख्या 251 फैमिली आईं डी 72556829 में दर्शित चंद्रपाल पुत्र पांडेय निवासी भंभई जो कि तत्कालीन ग्राम प्रधान भंभई थे उनके नाम से ग्राम पंचायत चंद्रगहना से शौचालय का फर्जी तरीके से लाभ लिया गया है व इसमें कुछ लाभार्थी ऐसे हैं जिनको शौचालय निर्माण का डबल पैसा दिया गया है वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी महोदय द्वारा सामुदायिक शौचालय के निर्माण में रोक के बावजूद उक्त ग्राम प्रधान द्वारा पी डब्ल्यू डी की पटरी में शौचालय का अवैध निर्माण व विद्यालय की बाउंड्री का उपयोग कर सरकारी धन का बंदरबाट किया गया है।
जिन लाभार्थियों को शौचालय का पैसा नहीं दिया गया है व न ही उनके शौचालय बने हैं फिर भी उनका पैसा निकाल लिया गया है उसमें आशा देवी पत्नी अशोक निवासी चंद्रगहना, भइया लाल पुत्र चुन्ना निवासी सूरजकुंड नारायणपुर, चुनकावन पुत्र कैरा निवासी चंद्रगहना, गुड़िया देवी पत्नी राम मूरत निवासी चंद्रगहना, नथिया पत्नी संतराम निवासी अमिलिहा पुरवा, प्रेमा पत्नी राजेन्द्र निवासी नारायणपुर, राजेन्द्र पुत्र वेदप्रकाश निवासी नारायणपुर, सेवकराम पुत्र चंद्रपाल निवासी नारायणपुर, ललता पत्नी राजकुमार अरखन पुरवा नारायणपुर, शंकर लाल पुत्र बऊवा निवासी केवटन पुरवा, अजय सिंह पुत्र वृंदावन निवासी नारायणपुर, बबलू पुत्र रामलाल निवासी नारायणपुर, चंद्रपाल पुत्र पांडेय निवासी भंभई, दिनेश कुमार पुत्र मईया दीन निवासी नारायणपुर, जगन्नाथ पुत्र राम अधीन निवासी नारायणपुर, कमल किशोर पुत्र शिवकुमार निवासी नारायणपुर, जयकरन पुत्र चंद्रपाल निवासी नारायणपुर, राकेश पुत्र मईया दीन निवासी नारायणपुर, रामकेश पुत्र बाबूलाल निवासी नारायणपुर, रामसिया पुत्र सहादेव निवासी नारायणपुर, शोभा देवी पत्नी रामपाल निवासी नारायणपुर, सोनपाल पुत्र महावीर निवासी नारायणपुर, खुल्ली पुत्र विशाल निवासी नारायणपुर व निर्मला पत्नी हीरालाल आदि लोग प्रमुख हैं l
वह व्यक्ति जिनको शौचालय की धनराशि सिर्फ छह हजार रुपए दी गई और पूरा पैसा निकाल लिया गया है उसमें अंजन कुमार पुत्र शिव चरन निवासी चंद्रगहना, बिहारीलाल पुत्र इंद्रपाल निवासी चंद्रगहना, रामकेश पुत्र बाबूलाल निवासी नारायणपुर, रामसिया पुत्र सहादेव निवासी नारायणपुर, रानी पत्नी बाबूलाल निवासी नारायणपुर, सोनपाल पुत्र महावीर निवासी अमिलिहा पुरवा व बीरेंद्र पुत्र मनमोहन निवासी चंद्रगहना हैं l
जिन लोगों के नाम पर डबल पैसा निकाला गया है उसमें भइया लाल पुत्र बदलू निवासी चंद्रगहना, लवलेश पुत्र रामनरेश निवासी चंद्रगहना, लक्ष्मी पत्नी झुलवा निवासी चंद्रगहना, मायादेवी पत्नी रामानुज निवासी चंद्रगहना, मुन्ना पुत्र दशरथ निवासी चंद्रगहना, राजेन्द्र पुत्र वेदप्रकाश निवासी चंद्रगहना, रामबहोरी पुत्र द्वारिका निवासी नारायणपुर व रामशरण पुत्र शंकर निवासी चंद्रगहना है l
वह व्यक्ति जो ग्राम पंचायत के निवासी नहीं है लेकिन फिर भी इनके नाम पर शौचालय का पैसा निकाला गया है उसमें चंद्रपाल पुत्र पांडेय निवासी भंभई व कुशमा पत्नी कमल निवासी भंभई हैं l
शिकायत कर्ता मयंक सिंह ग्राम पंचायत सदस्य हैं जिन्होंने शौचालय निर्माण में धांधली की जांच के लिए मुख्यमंत्री महोदय सहित ग्राम्य विकास मंत्री, जिलाधिकारी महोदय, मुख्य विकास अधिकारी महोदय जिला पंचायत राज अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी पंचायत को पत्र लिखकर जांच की मांग की थी l
शिकायत कर्ता द्वारा शिकायत करने के लगभग 6 महीने बीत चुके हैं खण्ड विकास अधिकारी द्वारा त्रिसदस्यीय कमेटी गठित कर जांच कराई गई थी जिसमें जांच के दौरान सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) के समय का भुगतान हुआ था जिसमें वह प्रशासक बने हुए थे और जांच में दोषी पाए गए थे तथा व्यक्तिगत शौचालयों की जांच के दौरान शिकायत पूर्णतया सत्य पाई गई थी जिसकी जांच रिपोर्ट खण्ड विकास अधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी को भेज दी गई थी जहां पर अभी तक यह जांच अटकी पड़ी हुई है जिसके कारण दोषियों के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."