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24 February 2025 1:20 am

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बाबू…भइया…जानीं.. बनारस में “का बा?”

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

जिले की आठों विधानसभाओं में मतदान पूरा होने के बाद अब मतगणना का इंतजार शुरू हो गया है। बनारस की अड़‍ियों पर मतदान के बाद अगली सुबह मंगलवार से बूथों पर पर सियासी बतकही और गलचौर का दौर अड़‍ियों की भट्ठियां सुलगते ही शुरू हो गईं। चाय की चुस्की के बीच लोगों ने सीटों पर आगे पीछे होने और अड़ी पर ही सरकारें गठ‍ित कर मंत्रालय भी बांट डाले। पीएम नरेन्‍द्र मोदी ने पप्‍पू की चाय की अड़ी पर रोड शो के दौरान चाय क्‍या पी ली जिले भर की अड़‍ियों पर चाय के साथ सियासत कुछ अधिक ही घुली नजर आ रही हैं। 

बनारस की विभिन्‍न विधानसभाओं को जोड़कर मतदाताओं के लगभग तीन फीसद कम निकलने की जानकारी आने के बाद से ही बनारस में इसके निहितार्थ शुरू हो गए। किसी ने परंपरागत सीटों को छोड़कर बाकी की सीटों को लेकर गुणा गणित लगाया तो किसी ने उम्‍मीदों पर बुलडोजर भी चलाने में कोई रहम नहीं किया। किसी ने मुस्लिम वोटरों के रुझान पर चर्चा की तो किसी ने सवर्ण और पिछड़ों के साथ दलित वोटों को लेकर भी सियासी उम्‍मीदों पर जातियों का रुझान भारी बताकर दिनभर सरकार बनाते और गिराते रहे। 

बूथों की चर्चा का दौर अगले दिन चौराहों और मुहल्‍लों की जमघट पर खूब नजर आया। चौराहों पर जुटान हुई तो सियासी बतकही और एग्जिट पोल में बनारस की किसी ने आठों सीट दोबारा भाजपा को सौंप दी तो दूसरी ओर किसी ने सपा गठबंधन की साइकिल दौड़ा दी। किसी ने हाथी की चिग्‍घाड़ मचाई तो किसी ने पंजे का जोर बताया। चर्चा उत्‍तरी-दक्षिणी-कैंट-रो‍हनिया से आगे बढ़ी तो पड़ोसी जिलों में भी सियासी चर्चाओं ने जोर पकड़ा। कई गोवा की सियासी सैर बनारसियों ने की और करवाई तो कहीं उत्‍तराखंड की सियासी सर्दी भी महसूस की। बनारस की गलियों से बतकही का दौर खत्‍म हुआ तो आफ‍िसों के खुलने के बाद भी आफ‍िसाना माहौल कम और सियासी न्‍यूजरूम का पैनल डिस्‍कशन होता अधिक नजर आया।  

विधानसभा चुनाव की मतगणना पहड़‍िया स्थित लाल बहादुर शास्त्री मंडी में आगामी दस मार्च को सुबह से होनी है। इस कारण सभी 3371 बूथों की ईवीएम मंडी परिसर में बने स्ट्रांग रूम में रखी जा चुकी है गई। यहीं 10 मार्च को मतों की गिनती होगी। ईवीएम को जमा करने के लिए पहुंचे वाहनों की कतार खत्‍म हुई तो कुछ घंटों के बाद शहर जाग उठा। मतगणना स्‍थल की ओर जिसकी भी निगाह गई वहां सुरक्षा कड़ी और चौकस देख कर सियासी परिणाम का इंतजार देख लोगों ने भी इंतजार को महत्‍व दिया। …तो किसी ने कहा कि 10 माको किसकी गर्मी निकलेगी पता चल ही जाएगा। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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