संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ व पर्यटन स्थल के पूर्व समिति के तत्वधान में 17 फरवरी से ही हो रहे 22वें मानस महायज्ञ की पूर्णाहुति हवन व महाप्रसाद वितरण के साथ रविवार को हो जाएगी। आयोजित उक्त महायज्ञ में दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे। अहले सुबह से ही यज्ञशाला की परिक्रमा करने हेतु भक्तों की लम्बी कतार लगी रही। वहीं शोभा बढ़ा रहे झूला पर युवाओं व बच्चों को झूलते और आनन्द लेते हुए प्रसन्न मुद्रा में देखा गया।
यज्ञ क्षेत्र तब भक्तिमय होता नजर आया, जब वृंदावन से चलकर पहुंची कथा वाचिका प्रवचन मंच पर मंचासीन शिखा चतुर्वेदी द्वारा कथा कही जा रही थी। इससे पूर्व श्रोताओं में उनके प्रति स्नेह जताते हुए बेसब्री के साथ प्रतीक्षा करते हुए देखा जा रहा था। प्रवचन पंडाल में उनकी कथा श्रवण करने के लिए हजारों श्रोताओं की जबरदस्त भीड़ लग गई। सुप्रसिद्ध कथा वाचिका शिखा चतुर्वेदी ने सर्प्रथम भगवान की वंदना, मंगला चरण, श्लोक व मंत्रोचारण करते हुए कथा प्रारम्भ किया।
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उन्होंने कहा कि ईश्वर तो सर्व शक्तिमान है। श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं के हृदय में उन्होंने अपना स्थान बनाकर भावविभोर कर दिया। बता दें कि शिखा चतुर्वेदी वही कथा वाचिका हैं, जिन्हें मधुर वचन के साथ प्रवचन कर लाखों श्रोताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता प्रदान है, बल्कि यों कहें कि वे देखने में केवल सुंदर ही नहीं हैं, बल्कि कथा प्रस्तुत करने की प्रक्रिया भी सौंदर्यवान है। चमकती उनकी ललाट व मस्तष्क पर चंदन शुशोभित तो हो ही रहे थे। साथ ही कथा तो और भी लोगों को बेहद आनन्दित व लाभान्वित कर रहे थे। तालियां बजा-बजा कर श्रोताओं ने उनका स्वागत करते हुए साथ दिया। वहीं शिखा चतुर्वेदी ने यज्ञ समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित महायज्ञ को लेकर समिति के विस्तार हेतु स्थायी सदस्यता भी ग्रहण किया। उन्होंने मीडिया को बताया कि मैं यहां 2 वर्षों से प्रवचन के लिए आ रही हूं। मुझे यह स्थान बहुत भा रहा है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."