टिक्कू आपचे की रिपोर्ट
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और हजार के पुराने नोट बंद करने के ऐलान के साथ कहा था कि इससे नकली नोट के कारोबार पर लगाम लगेगी, लेकिन मुंबई में हुई नकली नोट की एक बड़ी खेप की बरामदगी इस बात को गलत साबित कर रही है। बुधवार को मुंबई पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर सात लोगों को गिरफ्तार किया और उनके पास से सात करोड़ रुपये मूल्य के नकली करेंसी बरामद हुई है।
मामले की जांच करने वाले डीसीपी संग्रामसिंह निशानदार (डिटेक्शन-1) ने कहा कि एक गोपनीय सूचना के आधार पर, मुंबई अपराध शाखा की इकाई-11 ने दहिसर चेक पोस्ट पर एक कार को रोका। कार में बैठे चार लोगों को पकड़कर उनसे पूछताछ शुरू हुई और कार की तलाशी में अपराध शाखा के अधिकारियों को एक बैग मिला, जिसमें (दो हजार के) नकली नोटों के 250 बंडल थे। जिनका मूल्य पांच करोड़ रुपये है।
ऐसे कुछ अन्य आरोपियों तक पहुंची पुलिस
डीसीपी ने बताया कि कार में सवार चार लोगों से पूछताछ में पुलिस को उनके तीन और साथियों का पता चला। इसके बाद पुलिस ने अंधेरी (पश्चिम) में एक होटल में छापेमारी की और तीनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से (दो हजार के) नकली नोटों के सौ और बंडल मिले जिनका मूल्य दो करोड़ है। नकली नोटों के अतिरिक्त आरोपियों के पास से पुलिस ने एक लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, 28,170 रुपये की असली मुद्रा और अन्य चीजें बरामद की।
आने वाले समय में हो सकती है कुछ और गिरफ्तारी
डीसीपी संग्रामसिंह निशानदार (डिटेक्शन-1) ने कहा कि जांच में पता चला कि नकली नोट छापने और उनके डिस्ट्रीब्यूशन में एक अंतरराज्यीय गिरोह काम कर रहा था। पुलिस ने अब तक इस मामले में सात करोड़ रुपये मूल्य के नकली नोट बरामद किये और सात लोगों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को आरोपियों को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 31 जनवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में हमें अभी और खुलासे होने की उम्मीद है। आने वाले समय में कुछ और गिरफ्तारी भी हो सकती है।
Author: samachar
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