सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट
बांदा जिले के नवाब टैंक स्थित उद्यान विभाग में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी घरवाली लाल ने बीती शाम अपने कार्यालय में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने जैसे ही इस घटना की जानकारी पाई, तुरंत पुलिस और मृतक के परिजनों को सूचित किया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, विभागीय अधिकारियों पर लगाए आरोप
मृतक के बेटे विनोद कुमार ने इस आत्महत्या के लिए विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता से नियमों के विपरीत कार्य करवाया जाता था। जहां सरकारी नियमों के अनुसार केवल 7-8 घंटे की ड्यूटी होनी चाहिए थी, वहां अधिकारी उनसे 15-15 घंटे तक काम कराते थे। इस अत्यधिक कार्यभार के कारण घरवाली लाल मानसिक रूप से काफी परेशान रहते थे और लगातार तनाव में रहते थे।
उद्यान अधिकारी ने आरोपों को किया खारिज
वहीं, जिला उद्यान अधिकारी राजेंद्र कुमार ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि मृतक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे और उन्हें कभी भी ड्यूटी को लेकर परेशान नहीं किया गया। अधिकारी के अनुसार, उनकी नियमित रात्रि ड्यूटी लगती थी और इस संबंध में किसी भी तरह का दबाव नहीं था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जांच जारी
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है, ताकि आत्महत्या के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके। इस घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी और यदि किसी की लापरवाही या प्रताड़ना सामने आती है, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारी इस मामले की सभी कोणों से जांच कर रहे हैं और जल्द ही आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।