चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति और एक मुस्लिम मौलाना के बीच बच्चों की संख्या को लेकर एक दिलचस्प संवाद होता है। वीडियो को देखकर लोग विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं, और यह वीडियो इंटरनेट पर जबरदस्त चर्चा का विषय बन चुका है।
वीडियो में एक व्यक्ति मौलाना से यह सवाल करता है कि बच्चों की संख्या कितनी होनी चाहिए, जिस पर मौलाना जवाब देता है कि “दो क्यों, 17 होंगे।” इस पर व्यक्ति कहता है कि नहीं, वह तो 18 बच्चे करेगा, क्योंकि फिलहाल उसके पास 16 बच्चे हैं। इसके बाद वह जवाब देता है कि “दो बच्चे नहीं करने चाहिए, महंगाई का आलम है, और यह मोदी की देन है। मोदी और योगी ने रोजगार खत्म कर दिया है।” फिर वह यह कहता है कि “हम दो और हमारे दो पर भरोसा नहीं करते, हम अल्लाह पर भरोसा करते हैं, किसी और पर नहीं।”
इस वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोगों के अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। कुछ यूज़र्स ने इसे लेकर आलोचना की, तो कुछ ने इस पर तंज कसा। एक यूज़र ने लिखा, “इनसे ज्यादा उम्मीद क्या की जा सकती है?” वहीं एक अन्य यूज़र ने मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “मोदी जी इनको चावल दे रहे हैं, लेकिन इन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।” एक और यूज़र ने कहा, “चाहे मोदी इनको कुछ भी दे दें, ये लोग फिर भी इन्हें दुश्मन ही मानेंगे।”
इस वीडियो ने एक बार फिर राजनीति और समाज के मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। जहां एक ओर वीडियो में व्यक्त की गई राय पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे मौजूदा हालात और राजनीतिक स्थिति से जोड़ते हुए देख रहे हैं। यह वीडियो साबित करता है कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल होने वाले वीडियो समाज के विभिन्न पहलुओं को उकेरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।