चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क के विरुद्ध बिजली चोरी का मामला दर्ज करते हुए उन पर 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। यूपीपीसीएल के अनुसार, बर्क के घर में 4 किलोवाट के स्वीकृत मीटर के मुकाबले 16 किलोवाट से अधिक बिजली की खपत दर्ज की गई है, जो स्पष्ट रूप से बिजली चोरी का संकेत है।
एआईएमआईएम के प्रवक्ता असीम वकार ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बर्क को अगला आजम खान बनाने की साजिश रची जा रही है
इस मामले पर आर्ट ऑफ इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट एंड इंटरकनेक्टिविटी मंत्रालय (एआईएमआईएम) के प्रवक्ता असीम वकार ने सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क के खिलाफ बीजेपी सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर तीखी आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार बर्क पर बिजली चोरी के बहाने उन्हें अगला आजम खान बनाने की कोशिश कर रही है। असीम वकार ने कहा, “अब मुर्गी चोरी, बकरी चोरी, किताब चोरी, और अब बिजली चोरी के आरोप लगा कर एक सांसद पर केस दर्ज किया जा रहा है। इससे पहले भी बकरी चोरी का आरोप लगाया जा चुका है। यह स्पष्ट है कि बर्क को आजम खान बनाने की तैयारी की जा रही है।”
1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना और प्रशासन की कठोर कार्रवाई
बर्क पर 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाए जाने के बाद, शुक्रवार को उनके घर पर प्रशासन का बुलडोजर चलाया गया। नगर निगम ने सपा सांसद के निवास के बाहर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नालियों पर बनी सीढ़ियाँ और स्लैब तोड़ दी हैं। प्रशासन के मुताबिक, यह निर्माण कार्य बिना किसी नक्शा पास कराए किए गए थे, जो अवैध हैं।
निर्माण कार्य पर प्रशासन ने की निगरानी और सुरक्षा का कड़ाई से पालन
कार्रवाई के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई थी और ड्रोन की सहायता से निगरानी भी की गई। प्रशासन ने बताया कि यह कार्रवाई नियमों के पालन में की गई है और भविष्य में भी इसी प्रकार की कार्रवाई जारी रखी जाएगी। इसके अलावा, बर्क के पिता पर विद्युत विभाग के अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगाते हुए एक एफआईआर भी दर्ज की गई है।
बिजली चोरी के आरोपों से सपा सांसद को झेलनी पड़ रही मुसीबत
बिजली चोरी के मामले में भारी जुर्माने के साथ-साथ अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाए जाने से बर्क को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन का मानना है कि यह कार्रवाई कानून के तहत और निष्पक्ष रूप से की जा रही है, जिससे अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी।
इस पूरे मामले ने राजनीतिक दृष्टि से भी हलचल मचा दी है, जिसमें समाजवादी पार्टी और बीजेपी सरकार के बीच आपसी आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिल रहे हैं। समाजवादी पार्टी का कहना है कि यह केवल राजनीतिक साजिश है, जबकि बीजेपी सरकार इसे कानून के तहत आवश्यक कदम कह रही है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा समाजवादी सांसद जियाउर रहमान बर्क के खिलाफ दर्ज किया गया बिजली चोरी का मामला और उसके बाद प्रशासन की कठोर कार्रवाई ने राज्य राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। अब यह देखना बाकी है कि इस मामले का आगे क्या विकास होता है और इससे दोनों राजनीतिक पार्टियों के बीच संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ता है।