सोनू करवरिया की रिपोर्ट
नरैनी। स्वास्थ्य केंद्र नरैनी में तैनात स्टाफ नर्स और सफाई कर्मचारी की लापरवाही और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोपों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। घटना 5 अक्टूबर 2024 की है, जब कनाय गांव निवासी अनुसूचित जाति की मंजू, पत्नी सुरेश कुमार वर्मा, डिलीवरी के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंची थीं। आरोप है कि स्टाफ नर्स साक्षी पटेल ने महिला और उसके तीमारदार से मनमुताबिक पैसे न मिलने पर न केवल दुर्व्यवहार किया, बल्कि मारपीट भी की।
पीड़िता के पति सुरेश कुमार के अनुसार, नर्स ने मौके पर मौजूद महिला सफाई कर्मचारी से भी मारपीट करवाई। आरोप यह भी है कि इस दौरान नर्स ने गर्भवती महिला के पेट पर लात मारी, जिससे गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना के बाद पीड़िता के पति ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत देकर दोषी नर्स और सफाई कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अब तक इस मामले में सिर्फ खानापूर्ति करते हुए जांच के नाम पर इसे दबाने का प्रयास किया है। स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अजय विश्वकर्मा से जब इस मामले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को उजागर करती है, बल्कि पीड़ितों को न्याय दिलाने में स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। पीड़िता और उनके परिवार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। अब देखना यह है कि क्या विभाग इस मामले में ईमानदारी से कदम उठाता है या फिर इसे फाइलों में दबा दिया जाएगा।