ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उन्नाव जिले के विकासखंड औरास के उच्च प्राथमिक विद्यालय रामपुर गढ़ौवा में आयोजित शिक्षक संकुल बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) संजय शुक्ल ने विद्यालयों की गुणवत्ता और छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। बैठक में जिले के सत्रह विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षिकाएं और शिक्षामित्र शामिल हुए, जहां सभी ने शिक्षण कार्यों और छात्रों की उपस्थिति सुधारने के लिए विभिन्न सुझाव दिए।
बैठक का आयोजन बीईओ संजय शुक्ल के निर्देशन में किया गया, और इसे लाइव प्रसारण के माध्यम से सीडीओ उन्नाव और बीएसए द्वारा भी देखा गया। बैठक की शुरुआत सरस्वती पूजन से हुई, जिसके बाद बीईओ ने शिक्षकों को समय पर विद्यालय पहुंचने, शिक्षण कार्यों को पूरी निष्ठा से संपादित करने, और छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कड़े निर्देश दिए। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षकों को नैट परीक्षा के आयोजन, परख एप पर उपस्थिति दर्ज करने, ओएमआर शीट के अभ्यास, नवाचारों का प्रयोग और आगामी खेल कूद प्रतियोगिता में बच्चों की भागीदारी बढ़ाने की बात की।
संजय शुक्ल ने खासतौर पर उन विद्यालयों का जिक्र किया जिनकी छात्र उपस्थिति कम थी, और उनसे अपेक्षाएँ जताई कि माह के अंत तक उपस्थिति में सुधार लाना सुनिश्चित किया जाए। सीडीओ उन्नाव ने भी शिक्षकों के मुद्दों को गंभीरता से सुना और शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जिन विद्यालयों में छात्र उपस्थिति कम होगी, उन पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बीएसए संगीता सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कम उपस्थिति वाले विद्यालयों का समय पर निरीक्षण करें और उपस्थिति बढ़ाने के लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाएं। उन्होंने साथ ही कौमी एकता सप्ताह को सफलतापूर्वक मनाने और सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को आयोजित करने की बात भी की।
बैठक के दौरान, शिक्षक संकुल अर्पित ने विभिन्न मदों में आई धनराशि की जानकारी दी, जबकि एआरपी इम्तियाज हुसैन ने 25 और 26 नवंबर को होने वाली परीक्षा के संदर्भ में जानकारी दी। शिक्षक प्रदीप कुमार वर्मा ने सभी उपस्थित शिक्षकों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई और उपस्थिति बढ़ाने के प्रयासों की जानकारी दी। नोडल संकुल धर्मेंद्र ने शिक्षण विधियों और टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) के प्रयोग पर विशेष जोर दिया।
बीईओ संजय शुक्ल ने बैठक में एक और महत्वपूर्ण सुझाव दिया, जिसमें उन्होंने आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों के लिए कपड़ा बैंक की स्थापना की बात की, ताकि सर्दी के मौसम में इन बच्चों को गर्म कपड़े मिल सकें। यह विचार सभी शिक्षकों द्वारा स्वागत किया गया, और सभी ने जल्द ही ऐसे प्रयासों को लागू करने का संकल्प लिया, ताकि जरूरतमंद बच्चों की मदद की जा सके।
बैठक में विभिन्न विद्यालयों की सराहना भी की गई, विशेष रूप से हसनपुर, दृगपालखेड़ा, करौंदी और रामपुर गढ़ौवा विद्यालयों को उनके अच्छे कार्य के लिए सराहा गया। सभी उपस्थित शिक्षकों ने मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में और भी बेहतर परिणाम लाने के लिए संकल्प लिया।