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November 22, 2024 1:39 pm

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“जवानी का सौदा” करने वाले इस खूबसूरत युगल की शातिराना अंदाज ने सबको हक्का बक्का कर दिया

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

कानपुर से एक बड़े ठगी मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें स्वरूप नगर के निवासी राजीव द्विवेदी और उनकी पत्नी रश्मि द्विवेदी पर 35 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी का आरोप है। आरोपियों ने “एपेक्स क्वाइन” नामक ऐप के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी में निवेश कराने के नाम पर लोगों से पैसे ठगे। उन्होंने एयू नाम की एक नकली मुद्रा बनाई, जिसे डॉलर के समान बताया गया था, और इसी के जरिए लोगों को निवेश के लिए प्रेरित किया।

इस फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद आरोपियों ने ऐप को ही डिलीट कर दिया। लेकिन जब झांसी के ऐप डेवलपर से एसआईटी ने पूछताछ की तो उसने इस पूरे षड्यंत्र का खुलासा किया। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और साइबर सेल की मदद से ऐप की सच्चाई का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

रश्मि द्विवेदी भी ठगी में शामिल

एसआईटी के अनुसार, ठगी का मुख्य आरोपी राजीव द्विवेदी है, लेकिन उनकी पत्नी रश्मि द्विवेदी भी इस फर्म में साझेदार थीं, इसलिए वह भी बराबर की दोषी मानी जा रही हैं। इससे पहले भी रिवाइवल वर्ल्ड कंपनी के माध्यम से ऑक्सीजन थेरेपी मशीन के नाम पर भी नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए ठगी का मामला सामने आया था। अब तक 20 लोग उनके खिलाफ तहरीर दे चुके हैं, और पुलिस ने कई पीड़ितों के बयान भी दर्ज किए हैं।

एपेक्स ऐप से क्रिप्टो करेंसी ठगी का मामला

रिवाइवल वर्ल्ड कंपनी की जांच के दौरान “एपेक्स ऐप” का नाम सामने आया। इस ऐप के माध्यम से एयू नाम की नकली मुद्रा बनाकर लोगों से पैसे ठगे गए। जांच में पाया गया कि झांसी निवासी डेवलपर के जरिए ऐप तैयार कराया गया था। डेवलपर ने पुलिस को बताया कि एपेक्स क्वाइन ऐप में लोगों को आकर्षित करने के लिए एयू नाम की एक मुद्रा तैयार की गई, जिसमें एक एयू की कीमत 90 रुपये बताई गई थी। ऐप में एक आईडी बनाने के लिए न्यूनतम 100 एयू खरीदने की शर्त रखी गई थी।

रकम दोगुनी करने का झांसा देकर ठगी

पीड़ितों में से एक, संजीव कुमार पाठक ने बताया कि उन्होंने एपेक्स क्वाइन में पांच लाख रुपये का निवेश किया था, उन्हें कहा गया था कि हर महीने 8.5 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा या दो वर्षों में उनकी राशि दोगुनी हो जाएगी। इसके साथ ही, लखनऊ में एक ब्लॉकचेन ऑफिस खोलने की भी बात कही गई थी, जिससे निवेशकों को और अधिक लाभ मिलने का झांसा दिया गया। इन सब प्रलोभनों में फंसकर संजीव ने निवेश कर दिया।

पुलिस द्वारा कार्रवाई

एसआईटी ने मामले में पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं, जिसके आधार पर जल्द ही आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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