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November 1, 2024 4:59 pm

बुजुर्ग की मौत के बाद संपत्ति विवाद : बहू पर हत्या का आरोप, पुलिस जांच में जुटी

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

लखनऊ के सरोजिनी नगर क्षेत्र के अनूप खेड़ा गांव में एक संपत्ति विवाद के चलते एक बुजुर्ग व्यक्ति की मृत्यु के बाद उनकी बहू मधू यादव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। 

यह मामला तब प्रकाश में आया जब 65 वर्षीय ब्रजलाल यादव, जो काफी समय से बीमार थे, की 13 अक्टूबर 2024 को इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। ब्रजलाल की बहू मधू यादव उन्हें अस्पताल ले जा रही थीं, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई, जिसके बाद परिवार में मातम का माहौल छा गया।

हालांकि, ब्रजलाल की मौत के बाद परिवार के सदस्यों ने मधू यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने ससुर को जानबूझकर कुछ खिलाकर मार दिया। 

इन आरोपों के आधार पर परिवार ने ब्रजलाल का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और 24 घंटे से अधिक समय तक उनके शव को घर में रखा। इस दौरान मधू ने पुलिस को 112 नंबर पर कॉल कर मामले की सूचना दी ताकि जल्द से जल्द शव का अंतिम संस्कार हो सके और पोस्टमार्टम के दौरान शव के साथ किसी प्रकार की चीर-फाड़ न हो।

घटना की सूचना पाकर बिजनौर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके बाद 14 अक्टूबर 2024 को परिवार के कुछ सदस्य मधू यादव के साथ मारपीट करने लगे और उन्हें घर से निकालने की कोशिश की। 

इस हमले के दौरान मधू के हाथों में गंभीर चोटें आईं, और उन्होंने मीडिया के सामने रोते हुए अपने बयान दिए। गांव के कुछ निवासियों का कहना है कि ब्रजलाल यादव ने अपनी संपत्ति अपनी बहू मधू और उनके बच्चों के नाम कर दी थी क्योंकि उनकी देखभाल वही कर रही थीं।

इस बीच, परिवार के अन्य सदस्य, विशेषकर ननद और नंदोई, इस फैसले से नाराज थे। उन्होंने मधू पर आरोप लगाया कि उसने अपने ससुर के साथ अवैध संबंध बनाए और संपत्ति हड़पने के लिए उसे अपने नाम करवाया। इसी गुस्से में उन्होंने मधू के साथ मारपीट की और संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद खड़ा किया।

पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा। फिलहाल, मधू यादव ने परिवार पर षड्यंत्र रचने और झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

बड़ी ननंद मिथलेश, पत्नी प्रताप, छोटी ननंद संगीता, पत्नी रामविलास, शालिनी, पत्नी अबषेक छोटू पुत्र सुरेश प्रिया पुत्री मिथलेश अवषेक व आलोक आदि लोग। पीड़िता मधू को मार-पीट कर घर से निकाल कर भगाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि पीड़िता मधू यादव की सम्पत्ति अपने नाम करवा सकें। 

लेकिन पीड़िता के ससुर मरने से पहले अपनी चल अचल संपत्ति पीड़िता मधू यादव के नाम करकें मर चुकें हैं। और परिवार जनों ने थाना बिजनौर पुलिस को षड्यंत्र रचा कर पीड़िता को घर से भगाने के लिए तरह-तरह से प्रताड़ित करने का प्रयास कर रहे हैं। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."