Explore

Search
Close this search box.

Search

November 24, 2024 6:43 pm

लेटेस्ट न्यूज़

पति से तलाक के मामले में आई थी कोर्ट, वापस घर नहीं पंहुची, हकीकत सामने आई तो सबके उड़ गए होश

27 पाठकों ने अब तक पढा

संतोष कुमार सोनी और धर्मेंद्र की रिपोर्ट

बांदा, उत्तर प्रदेश के बबेरू कोतवाली क्षेत्र के अहार गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब एक महिला का शव गांव के चेकडैम के पास झाड़ियों में पड़ा मिला। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतक महिला की पहचान सुमन पटेल के रूप में हुई, जिसकी हत्या कर उसकी एक आंख फोड़ दी गई थी।

सुमन के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की हत्या उसके पति रामबाबू पटेल और ससुराल पक्ष के लोगों ने की है। उन्होंने इस मामले में रामबाबू, उसके ससुर और सास के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पति रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।

घटना की शुरुआत तब हुई, जब सुमन अपने पति के साथ तलाक के मामले की कोर्ट में पेशी के बाद घर लौट रही थी। 

शादी के 14 साल बाद पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था, जिसके चलते सुमन मायके में रह रही थी और 6 महीने से दोनों के बीच न्यायालय में मुकदमा चल रहा था। 

17 अक्टूबर को कोर्ट में पेशी के बाद सुमन घर लौटने के लिए निकली, लेकिन देर रात तक वह अपने घर नहीं पहुंची। जब उसका फोन स्विच ऑफ मिला, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और कोतवाली में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।

शुक्रवार की शाम, ग्रामीणों ने चेकडैम के पास झाड़ियों में एक महिला का शव देखा और पुलिस को सूचित किया। 

पुलिस अधीक्षक बलराम सिंह और सीओ सौरभ सिंह फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल का मुआयना किया।

सुमन के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी को ससुराल पक्ष से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मुकदमे की खुन्नस में पति और ससुराल पक्ष ने मिलकर उसकी हत्या की और शव को झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने रामबाबू पटेल को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की तहकीकात कर रही है।

सुमन की हत्या से इलाके में मातम का माहौल है, और इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और घरेलू हिंसा के बढ़ते मामलों को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़