इरफान अली लारी की रिपोर्ट
मुरादाबाद में एक बड़ा विवाद होने से पहले ही जिला प्रशासन की सतर्कता के कारण टल गया। जिला मजिस्ट्रेट (DM) अतुल सिंह की त्वरित कार्रवाई ने संभावित संकट को टाल दिया, जो रामलीला मंचन के दौरान उत्पन्न हो सकता था। घटना की जानकारी उन्हें स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) की एक गुप्त रिपोर्ट से मिली थी, जिसमें बताया गया था कि रामलीला मंचन के दौरान विवाद उत्पन्न होने की संभावना है।
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, कुंदरकी पंचायत की अध्यक्ष जीनत मेहंदी और उनके पति, पूर्व अध्यक्ष मेहंदी हसन, पर आरोप है कि वे विवाद को बढ़ाने की भूमिका निभा रहे थे। इस विवाद की जड़ मंचन स्थल को लेकर था। पहले जिस स्थान पर रामलीला होती थी, वहां के गोस्वामी समाज द्वारा कुछ साल पहले आपत्ति जताई गई थी। इसके समाधान के लिए पुलिस और प्रशासन ने एक नए स्थान की व्यवस्था की थी, जिससे रामलीला शांति और विधि के साथ सम्पन्न हो सके।
हालांकि, LIU की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली कि पंचायत द्वारा प्रस्तावित नया स्थान विवाद का कारण बन सकता है। इस पर डीएम अतुल सिंह ने तुरंत एक्शन लिया। पुलिस और प्रशासन ने मिलकर हालात को संभाला और कार्यक्रम बिना किसी विवाद के शांति से सम्पन्न हो गया।
जिला प्रशासन ने कुंदरकी पंचायत की अध्यक्ष जीनत मेहंदी को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। मामले की जांच जारी है, लेकिन डीएम की त्वरित कार्रवाई के चलते मुरादाबाद में एक बड़ा बवाल होते-होते टल गया।
Author: samachar
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