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18 January 2025 6:02 pm

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संप्रदायों में खूनी संघर्ष जारी, दंगाईयों के उत्पात चरम पर, पुलिस प्रशासन के छूट रहे हैं पसीने…

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में रामगोपाल मिश्रा नामक युवक की गोली मारकर हत्या के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। 

यह घटना रविवार को महराजगंज इलाके में घटी, जहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में पथराव और फायरिंग की गई, जिसके चलते 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई। इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है।

सोमवार सुबह, आक्रोशित ग्रामीण रामगोपाल के शव के साथ महसी तहसील पहुंचे और इंसाफ की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें खून का बदला खून से चाहिए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। वे आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग भी कर रहे हैं। 

घटना के बाद से इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है, लेकिन भीड़ अनियंत्रित हो गई और बैरिकेडिंग तोड़कर घटनास्थल की ओर बढ़ गई।

घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने महराजगंज इलाके में कई घरों, दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। एक बाइक शोरूम में भी आग लगा दी गई, जिसमें नई बाइकें जल गईं। 

पुलिस द्वारा भीड़ को रोकने की कोशिश की जा रही है, लेकिन प्रदर्शनकारी आरोपी का एनकाउंटर करने या उन्हें स्वयं बदला लेने की धमकी दे रहे हैं।

रविवार की घटना के बाद से इलाके में माहौल तनावपूर्ण है। मृतक रामगोपाल के परिजनों का आरोप है कि पुलिस हालात को संभालने में पूरी तरह से असफल रही है और आरोपी सलमान के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई। 

परिजन तब तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर रहे हैं जब तक पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं करती। रामगोपाल की शादी को केवल चार महीने ही हुए थे, और इस घटना से उनके परिवार में शोक का माहौल है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में रामगोपाल को एक घर की छत पर हरा झंडा उतारते और उसकी जगह भगवा झंडा लगाते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो के बाद ही उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। रामगोपाल के शव पर कई जगह गोली और चाकू के निशान भी पाए गए हैं।

इस घटना के बाद भीड़ द्वारा इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है। प्रदर्शनकारियों ने एक हॉस्पिटल और कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया है। इलाके में स्थिति अभी भी बेकाबू है और पुलिस हालात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि विसर्जन यात्रा के दौरान आपत्तिजनक नारेबाजी की जा रही थी, जिसके कारण तनाव बढ़ा।

प्रदर्शनकारियों ने मीडिया कर्मियों पर भी हमला किया, जिसके चलते उन्हें अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी हालात को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन तनाव कम होता नहीं दिख रहा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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