ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
बरेली जिले में हनीट्रैप के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला एक प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर से जुड़ा है, जिन्हें हनीट्रैप में फंसा कर ब्लैकमेल किया गया, जिसके चलते सदमे में उनकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी 22 वर्षीय युवती हिमानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे मामलों से सावधान रहें और किसी भी संदेहास्पद स्थिति में तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
मामला बरेली के सुभाषनगर थाना क्षेत्र का है, जहां एक डॉक्टर अपने क्लिनिक में प्रैक्टिस कर रहे थे। उन्हें एक दिन एक अनजान युवती का फोन आया, जिसने कहा कि वह बीएससी नर्सिंग कर चुकी है और उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए उसे नौकरी की आवश्यकता है।
डॉक्टर ने समय न होने की वजह से फोन काट दिया, लेकिन उसी शाम युवती अपनी एक सहेली के साथ डॉक्टर के क्लिनिक पर आई और नौकरी की गुहार लगाई।
कुछ दिन बाद, युवती ने फिर से डॉक्टर को फोन किया और अपनी मां की तबियत खराब होने की बात कहकर मदद मांगी। इस बार युवती ने अपना नाम प्रिया बताया। डॉक्टर ने उसे सलाह दी कि वह अपनी मां को क्लिनिक पर लेकर आए, लेकिन युवती की रोने-धोने की अपील के बाद डॉक्टर ने खुद वहां जाने का फैसला किया। जब डॉक्टर युवती के बताए स्थान पर पहुंचा, तो वह उसे एक घर में ले गई, जहां उसकी मां के बीमार होने की बात कही गई थी।
घर में पहुंचते ही, युवती ने डॉक्टर के साथ आपत्तिजनक हरकतें शुरू कर दीं और अपने कपड़े उतार दिए। तभी कमरे में अन्य दो पुरुष और एक महिला भी आ गए, जिन्होंने डॉक्टर के कपड़े उतारकर उसकी अश्लील फोटो और वीडियो बना लीं।
इसके बाद युवती और उसके साथियों ने डॉक्टर को ब्लैकमेल करना शुरू किया। उन्हें धमकी दी गई कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो उनकी फोटो और वीडियो इंटरनेट पर वायरल कर दी जाएगी। घबराए डॉक्टर से 50,000 रुपये एटीएम से निकलवाए गए और 1 लाख रुपये की और मांग की गई।
ब्लैकमेलिंग के चलते डॉक्टर मानसिक तनाव में आ गए और सदमे में उनकी मौत हो गई। हालांकि, उनके परिवार ने बिना पुलिस कार्रवाई के अंतिम संस्कार कर दिया। डॉक्टर की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी युवती हिमानी को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि हिमानी का असली नाम प्रिया गंगवार नहीं है, और वह बिसौली थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पूछताछ में हिमानी ने कबूल किया कि उसने सेना के जवान और आरटीओ कर्मचारी समेत 8 लोगों से लाखों रुपये वसूले हैं।
इस मामले पर बरेली के सिटी एसपी राहुल भाटी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति हनीट्रैप का शिकार होता है, तो उसे तुरंत पुलिस को सूचना देनी चाहिए और ब्लैकमेलरों की बातों में नहीं आना चाहिए। मामले में पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."