हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
सुकमा जिले के तोंगपाल स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी मध्य विद्यालय के एक बाबू की प्रताड़ना से परेशान होकर छात्रों का एक समूह कलेक्टर कार्यालय पहुंचा। उन्होंने कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपकर उस बाबू को तत्काल स्कूल से हटाने की मांग की।
इन विद्यार्थियों ने तोंगपाल से सुकमा जिला मुख्यालय तक, जो कि 50 किलोमीटर की दूरी पर है, निजी वाहन किराए पर लेकर यात्रा की और इस यात्रा का खर्च भी स्वयं उठाया।
बाबू पर गंभीर आरोप
छात्रों ने बाबू मैडाम पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें कहा गया है कि वह छात्रों को धमकाती हैं और उनसे स्कूल परिसर में सफाई और अन्य काम करवाती हैं। ये काम जो आमतौर पर चपरासियों से कराए जाने चाहिए, उन्हें बाबू द्वारा छात्रों से जबरदस्ती करवाया जाता है। छात्रों का कहना है कि यह व्यवहार उनके साथ दुर्व्यवहार के दायरे में आता है और इससे उनका आत्मसम्मान भी आहत होता है।
कार्रवाई की मांग
नाराज छात्रों ने कलेक्टर से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बाबू को स्कूल से हटाने और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की अपील की है। छात्रों ने कहा कि बाबू के दुर्व्यवहार और प्रताड़ना के कारण उनकी पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, साथ ही स्कूल का माहौल भी खराब हो रहा है।
छात्रों की अन्य शिकायतें
छात्रों ने स्कूल में बुनियादी सुविधाओं की कमी की भी शिकायत की। उनका कहना है कि स्कूल में बिजली की अनुपस्थिति के कारण बारिश के दिनों में अंधेरा छाया रहता है, जिससे पढ़ाई प्रभावित होती है। गर्मी के दिनों में पंखों की कमी के चलते पढ़ाई में कठिनाई होती है। इसके अलावा, छात्रों ने बताया कि स्कूल से टेबल, कुर्सियां और अन्य सामग्री चोरी हो रही है, जिससे वे काफी परेशान हैं।
यह मामला शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता और छात्रों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है।
Author: samachar
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