चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की सबसे कुख्यात ड्रग्स माफिया और सट्टा क्वीन के नाम से जानी जाने वाली संजों बेगम उर्फ खाला पर पुलिस और प्रशासन ने कड़ा शिकंजा कस दिया है। बागपत जिले में स्थित संजों बेगम की लगभग 40 लाख रुपये की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया है।
यह कार्रवाई बागपत जिला मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार की गई, और अब पुलिस संजों बेगम की अन्य संपत्तियों, खासकर बेनामी संपत्तियों की जांच में जुटी है।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि यदि उनके पास संजों बेगम की बेनामी संपत्तियों से संबंधित कोई जानकारी हो, तो वे इसे साझा करें, और जानकारी देने वाले का नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा।
संपत्ति कुर्की की कार्रवाई
बागपत पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद, न केवल बागपत बल्कि आसपास के जिलों में भी नशे और सट्टे का अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं में डर का माहौल बन गया है।
संजों बेगम के खिलाफ बड़ौत थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है। पुलिस ने इस मामले में संजों की तीन संपत्तियों को चिन्हित कर कुर्क किया है, जिनकी कुल कीमत लगभग 38 लाख रुपये है। ये संपत्तियां बड़ौत के गुराना रोड पर स्थित हैं।
कुर्क की गई संपत्तियों की देखरेख के लिए प्रशासक भी नियुक्त किए गए हैं, जिससे अब यह संपत्तियां प्रशासन की निगरानी में रहेंगी। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद अन्य माफियाओं के बीच भी खौफ फैल गया है।
सट्टे का बड़ा कारोबार
बागपत पुलिस को जानकारी मिली थी कि संजों बेगम का सट्टे का एक बड़ा नेटवर्क है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से संचालित होता था।
संजों ने अपनी अधिकतर संपत्ति इस अवैध सट्टेबाजी के माध्यम से ही अर्जित की थी। पुलिस ने जब इस अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति की जांच की, तो इसे अदालत से कुर्क करने की अनुमति मांगी गई।
अदालत ने पुलिस की इस मांग को स्वीकारते हुए संजों बेगम की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया। बताया जाता है कि “सट्टा किंग” और “ऑनलाइन सट्टा बाजार” के नाम पर बागपत में अवैध सट्टेबाजी का एक बड़ा कारोबार चल रहा था, जिसे संजों बेगम संचालित करती थी।
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस और प्रशासन अवैध कारोबारियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं और इस दिशा में लगातार प्रयासरत हैं, ताकि समाज में ऐसे अवैध कार्यों पर रोक लगाई जा सके।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."