नौशाद अली की रिपोर्ट
बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह के दौरान भगवान राम की धरती अयोध्या को लेकर एक विवादित बयान दिया।
बलरामपुर जिले में आयोजित इस समारोह में बोलते हुए उन्होंने गोंडा के इतिहास को अयोध्या और फैजाबाद से ज्यादा महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा, “जितना सुंदर इतिहास गोंडा का है, उतना अयोध्या और फैजाबाद का नहीं रहा। अयोध्या तो गोनर्द और गोंडा के कारण ही है।”
राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में न बुलाए जाने का दर्द भी बृजभूषण सिंह के शब्दों में छलक पड़ा। उन्होंने योगी सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा, “मैं तेरस पर्व पर जल चढ़ाने जाता था, उसे भी रोक दिया गया। आपको मुबारक हो। हम मंगलवार को हनुमान जी का दर्शन करने जाते थे, उसे भी बंद कर दिया गया। आपको मुबारक हो। अयोध्या वाले हमें फेंकते रहें, लेकिन हम अयोध्या को मानते रहेंगे।”
इसके अलावा, उन्होंने बलरामपुर की धरती के महत्व को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह धरती केवल अटल बिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नहीं जानी जाती, बल्कि यहीं से नरेंद्र मोदी भी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे।
समारोह में अपने संबोधन के दौरान बृजभूषण सिंह ने यह भी कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में उन्हें शामिल नहीं किया गया, जिससे उनकी नाराजगी स्पष्ट झलकी।
इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा और विवाद की संभावना बढ़ गई है, खासकर अयोध्या को लेकर दिए गए बयान पर।
Author: samachar
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