अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों की तारीखें चुनाव आयोग ने अभी तक जारी नहीं की हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने भाजपा को अप्रत्याशित रूप से हराया था।
इसके बाद, भाजपा के लिए सत्ता में अपनी पकड़ को फिर से मजबूत करना एक बड़ा चुनौती बन गया है।
इस बीच, यूपी कांग्रेस ने उपचुनावों के लिए 10 सीटों में से 5 सीटों पर दावा किया है। कांग्रेस ने गाजियाबाद, फूलपुर, खैर, मीरापुर और मझंवा सीटों पर अपने दावे को लेकर शीर्ष नेतृत्व को प्रस्ताव भेजा है।
कांग्रेस का कहना है कि इन सीटों पर व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है और चूंकि ये सीटें भाजपा और उसके सहयोगी दलों की हैं, इसलिए समाजवादी पार्टी को इन सीटों पर कोई एतराज नहीं होना चाहिए।
पिछले लोकसभा चुनावों के आंकड़ों के अनुसार, यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 43 सीटें I.N.D.I.A गठबंधन के पास गईं, जिसमें समाजवादी पार्टी को 37 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलीं।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को 33 सीटें मिलीं, जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने 2 और अपना दल (एस) ने 1 सीट जीती।
इस चुनाव में बसपा का खाता भी नहीं खुला। 2014 में भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 73 सीटें और 2019 में 64 सीटें जीती थीं, लेकिन 2024 में उनकी सीटों की संख्या 36 पर सिमट गई, जो एनडीए के लिए एक बड़ी हार है।
Author: samachar
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