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18 December 2024 12:32 pm

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सोशल मीडिया पर पैदा हुई ईश्क की सनक शादी तक पहुँच गई और उसके तुरंत बाद भेद ऐसा खुला कि पुलिस भी चौंक गई

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

बात तकरीबन तीन साल पुरानी है। बचपन में ही पढ़ाई छोड़ चुके 24 साल के अनिकेत (काल्पनिक नाम) के पास कोई काम धंधा तो नहीं था, लेकिन वो आसान तरीकों से पैसे कमाने के ख्वाब देखता था। 

कुछ ऐसी ही कहानी 21 वर्षीय अनीता (काल्पनिक नाम) की भी थी। पढ़ाई-लिखाई में मन नहीं था तो स्कूल छोड़कर घर बैठ गई। ख्वाहिश उसकी भी अनिकेत की तरह ही थी कि बस बिना कुछ किए ऐशो-आराम की जिंदगी मिल जाए। और कनेक्शन कुछ ऐसा जुड़ा कि अनिकेत और अनीता की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हो गई। दोनों के बीच रात-रातभर लंबी बातें होने लगीं।

अनिकेत और अनीता ने इंस्टाग्राम पर एक दूसरे को पसंद कर लिया और तय किया कि आगे की जिंदगी दोनों साथ-साथ बिताएंगे। 

दोनों ने शादी की और अनीता दुल्हन बनकर अनिकेत के घर आ गई। अब दोनों के सामने समस्या ये थी कि अनिकेत कोई काम-धंधा करता नहीं था और घर की हालत एकदम खस्ता थी। 

करीब एक साल बीत जाने के बाद पति-पत्नी की इस जोड़ी ने पैसे कमाने का एक तगड़ा जुगाड़ निकाला। इस जुगाड़ से ना केवल दोनों ऐश की जिंदगी जीने लगे, बल्कि उनके ऊपर रात-दिन नोटों की बारिश भी होने लगी। धीरे-धीरे देखते ही देखते दो साल गुजर गए।

पकड़ में आए अनिकेत-अनीता तो खुला बड़ा राज

दोनों की लाइफ एकदम मस्त चल रही थी। वो 7 जून का दिन था जब अनिकेत और अनीता अपनी गाड़ी में बैठकर कहीं जा रहे थे कि रास्ते में ही पुलिस की एक टीम ने दोनों को घेर लिया। 

पुलिसवालों ने अनिकेत और अनीता को गिरफ्तार किया और पकड़कर अपने साथ थाने ले आए। दोनों से कुछ सवाल पूछे गए और इसके बाद जो कहानी सामने आई, उसे सुनकर सभी के होश उड़ गए।

दरअसल, पुलिस की इस टीम को दो ऐसे लोगों की तलाश थी जो पिछले तीन महीनों से शहर के अंदर गाड़ियों की चोरी कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने जब इन दोनों को पकड़ा तो एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ।

किराए का कमरा और रात में शिकार

दरअसल, शादी के बाद अनिकेत और अनीता मिलकर गाड़ियां चुराने के धंधे में उतर गए थे। गाड़ी चुराने का तरीका भी ऐसा कि सुनकर अच्छे-अच्छे सोच में पड़ जाएं। 

ये दोनों सबसे पहले इलाके के किसी लॉज में कमरा किराए पर लेते थे। यहां दिनभर आसपास घूमकर दोनों पहले अपना टारगेट तलाशते थे और इसके बाद रात में अंधेरा होते ही काम पर निकल जाते थे। 

सबसे पहले दोनों मिलकर एक बाइक चुराते और फिर इसी बाइक पर बैठकर उस जगह पहुंचते, जहां इनके टारगेट के तौर पर कोई कार खड़ी होती थी। कार चुराने के बाद अनिकेत उसे शहर के बाहरी इलाकों में बेचने के लिए निकल जाता।

तीन महीने के भीतर 17 गाड़ियों पर हाथ साफ

कार बिकने के बाद रुपए आते ही दोनों फिर से नए शिकार की तलाश में जुट जाते। ये दोनों पकड़े ना जाएं, इसलिए अनिकेत और अनिता लगातार अपने ठिकाने बदलते रहते और लॉज में किराए का कमरा लेकर ही रहते। 

पुलिस के मुताबिक, इन दोनों को अक्टूबर 2023 में वाहन चोरी के एक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। फरवरी में दोनों जेल से बाहर आए और दोबारा अपने पुराने धंधे में लग गए। 

पुणे के सिंहगढ़ रोड़ थाने के इंस्पेक्टर सचिन निकम ने बताया कि पिछले तीन महीनों के भीतर ही इन दोनों ने गाड़ी चोरी की 17 वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस ने अब इन दोनों की निशानदेही पर सभी 17 गाड़ियों को बरामद कर लिया है।

सुराग मिला और दबोचे लिए गए अनिकेत-अनीता

इन दोनों को पकड़ने के लिए पुणे पुलिस लंबे वक्त से कोशिश कर रही थी। कॉन्स्टेबल उत्तम तारू, राहुल ओलेकर और शिवाजी क्षीरसागर के साथ टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर सचिन निकम और संतोष भंडवलकर को इस महीने की शुरुआत में अनिकेत और अनीता के बारे में सुराग मिला। इसके बाद जाल बिछाया गया और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। 

इंस्पेक्टर निकम ने बताया कि पुणे के अलग-अलग इलाकों से गाड़ियां चुराने के बाद अनिकेत और अनीता ने इन्हें महाराष्ट्र के नागपुर, शिरडी और श्रीरामपुर क्षेत्रों में बेच दिया।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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