इरफान अली लारी की रिपोर्ट
गोरखपुर में एक कुख्यात अपराधी और प्रदेश के मोस्ट वांटेड सूची में शामिल ढाई लाख रुपये के इनामी राघवेंद्र यादव को पुलिस पिछले आठ साल से नहीं ढूंढ पाई है, लेकिन इस दौरान उसने फरारी के दौरान शादी भी कर ली।
राघवेंद्र ने वर्ष 2016 में दो हत्या करके फरार हो गया था। पुलिस उसे पकड़ने की कोशिश कर ही रही थी कि दो साल बाद वह फिर से वापस आया और दो और हत्याएं कर दीं, जिससे झंगहा थाना क्षेत्र में दहशत फैल गई। पुलिस की जांच में उसकी लोकेशन कई बार कोलकाता और अन्य जगहों पर मिली, लेकिन उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली।
हाल ही में, राघवेंद्र यादव को लेकर चर्चा बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार, उसने फरारी के दौरान गाजीपुर में किसी लड़की से शादी कर ली है और गाजीपुर और आजमगढ़ में उसका आना-जाना लगा रहता है। इसे देखते हुए पुलिस भी अलर्ट मोड में है। हाल ही में, राघवेंद्र का नाम जिले के टॉप 10 बदमाशों की सूची से हटा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि जिन बदमाशों के केस कोर्ट में चल रहे हैं, उन्हें सजा दिलाने के लिए टॉप 10 बदमाशों की सूची बनाई गई है। चूंकि राघवेंद्र फरार है, इसलिए उसका नाम सूची से हटा दिया गया है।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि झंगहा के सुगहा गांव निवासी राघवेंद्र यादव के पिता शिवचंद यादव कोलकाता में रेलवे में काम करते थे। शिवचंद ने कोलकाता रेलवे में ही राघवेंद्र की नौकरी पक्की कर दी थी। लेकिन सात जनवरी 2016 को सुगहा में राघवेंद्र ने दो हत्याएं की थीं। उस दिन वह रेलवे में नौकरी से संबंधित कागजात जुटा रहा था। राघवेंद्र को 2018 में कोलकाता में देखा गया था। इसके बाद से ही पुलिस को उसकी कोई लोकेशन नहीं मिली।
राघवेंद्र ने सात जनवरी 2016 को अपने गांव सुगहा में दिनदहाड़े बलवंत (50) और उनके भतीजे कौशल (20) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस केस में राघवेंद्र के साथ ही रामलखन को भी आरोपी बनाया गया था। राघवेंद्र ने खेत के किनारे गले और सिर में दोनों को गोली मारी थी, जिससे अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी।
2018 में, जब बलवंत और कौशल की हत्या का केस कोर्ट में ट्रायल पर था, उसी केस की पैरवी करके लौट रहे रिटायर्ड दारोगा और कौशल के पिता जयहिंद यादव और उनके छोटे बेटे नागेंद्र यादव की गांव के पास ही गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस हर सप्ताह झंगहा थाना क्षेत्र के सुगहा गांव में राघवेंद्र यादव के मकान पर जाती है। घटना के बाद से ही उस मकान पर ताला लगा हुआ है और मकान अब पूरी तरह से जर्जर हो चुका है, जिसमें पेड़-पौधे निकल आए हैं। पुलिस के अनुसार, राघवेंद्र मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता है, इसलिए उसकी गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पाती है।
एसपी उत्तरी, जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि राघवेंद्र यादव को पुलिस गंभीरता से खोज रही है। वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता है, इस वजह से उसकी गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पाती है। पुलिस टीम वादी के संपर्क में रहती है और वादी की सुरक्षा पर भी पूरा ध्यान रखती है।
Author: samachar
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