अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र हुड्डा को कुछ टिप्पणियों के कारण फटकार लगाई। यह घटना उस समय हुई जब शशि थरूर ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। शपथ लेने के बाद थरूर ने ‘जय हिंद, जय संविधान’ का नारा लगाया।
थरूर के शपथ ग्रहण के दौरान जब विपक्षी सदस्यों ने ‘जय संविधान’ के नारे लगाए तो अध्यक्ष ओम बिरला ने टिप्पणी की, ‘वह पहले से ही संविधान की शपथ ले रहे हैं।’ इस पर रोहतक से सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अध्यक्ष को इस पर आपत्ति नहीं जतानी चाहिए। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने हुड्डा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे इस बारे में कोई सलाह न दें कि मुझे किस पर आपत्ति करनी चाहिए या क्या नहीं। अपनी सीट पर बैठें।
क्या अब देश की संसद में भी 'जय संविधान' बोलना ग़लत हो गया है?
देश की जनता फैसला करेगी कि संसद में 'जय संविधान' बोलना गलत है या 'जय संविधान' बोलने वाले को टोकना गलत है। pic.twitter.com/Rl1kEJOcz9
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) June 27, 2024
प्रियंका गांधी ने भी इस पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘भारत की संसद में ‘जय संविधान’ नहीं बोला जा सकता?’ उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष की आपत्ति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा, ‘संसद में सत्ता पक्ष के लोगों को असंसदीय और असंवैधानिक नारे लगाने से नहीं रोका गया, लेकिन विपक्षी सांसद के ‘जय संविधान’ बोलने पर आपत्ति जताई गई।’
प्रियंका गांधी के इस बयान के बाद इस मुद्दे पर सियासी विवाद गहराता जा रहा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ‘जय संविधान’ के नारे में कोई भी आपत्तिजनक बात नहीं है, और यह नारा संविधान की महत्ता को दर्शाता है। वहीं, सत्ता पक्ष का कहना है कि संविधान की शपथ लेने के दौरान ऐसे नारे लगाने की आवश्यकता नहीं है। इस घटना ने सदन में गरमागरमी का माहौल बना दिया है।(एजेंसी आउटपुट के साथ)
Author: samachar
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