अरमान अली की रिपोर्ट
जम्मू के रियासी में शिवखोड़ी से कटरा लौट रही श्रद्धालुओं की बस पर घात लगाए बैठे आतंकियों ने हमला कर दिया। ये बस जैसे ही रियासी पहुंची आतंकी बीच सड़क पर खड़े होकर गोलियां बरसाने लगे। आतंकियों की एक गोली ड्राइवर को लगी। गोली लगने के बाद ड्राइवर विजय कुमार के शरीर से खून बहने लगा। गोली लगने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी। ड्राइवर ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए गोलीबारी का निशाना बनने के बावजूद चालक बस को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया। लेकिन बस सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई। दुखद बात यह है कि अब तक ड्राइवर और कंडक्टर समेत नौ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
बस में मौजूद श्रद्धालुओं की मानें तो अगर बस में खाई में न गिरती तो उनमें से कोई नहीं बचता। उन्होंने बाताया कि वो सभी यात्रा अलग-अलग जगह से वैष्णो देवी के दर्शन करने आए थे। शिवखोड़ी धाम के दर्शन के लिए सभी ने मिलकर कटरा में बस की थी। ड्राइवर ने गोली लगने के बावजूद बस नहीं रोकी और हमें बचाने का प्रयास किया। इससे बस सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई। दुखद बात यह है कि इसमें उसकी मौत हो गई।
एनआईए की टीम भी मौके पर पहुंची
वहीं इस आतंकी हमले के बाद पुलिस की सहायता करने और जमीनी हालात का आकलन करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम रियासी पहुंची। रविवार के हमले के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा बल अब आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भारतीय सेना के नजदीकी सीओबी पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और वर्तमान में तलाशी अभियान जारी है। रविवार को बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया और घायलों को इलाज के लिए तुरंत नजदीकी चिकित्सा सुविधाओं में ले जाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा बलों सहित स्थानीय अधिकारियों ने इलाके की घेराबंदी करके और जांच शुरू करके तुरंत प्रतिक्रिया दी।
एसएसपी ने दी ये जानकारीएसएसपी रियासी मोहिता शर्मा ने बताया कि शुरुआती रिपोर्ट से पता चलता है कि शिव खोरी से कटरा जा रही यात्री बस पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की। गोलीबारी के कारण चालक बस पर से नियंत्रण खो बैठा और बस खाई में गिर गई। परिणामस्वरूप,इस घटना में 33 लोग घायल हो गए। एसएसपी रियासी मोहिता शर्मा ने कहा कि शिव खोरी मंदिर को सुरक्षित कर लिया गया है तथा क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया गया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."