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15 January 2025 3:14 pm

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वक्त वक्त की बात है… . न ईद की रौनक ना ही त्योहार की खुशी… नल्ली निहारी से सजने वाले दस्तरखान भी रहे सूने 

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

यूपी के गाजीपुर में मुख्तार अंसारी की कोठी… जहां हर बार ईद पर एक अलग ही रौनक होती थी। मुख्तार भले ही सलाखों के पीछे था, लेकिन उसका रसूख जेल के बाहर भी पूरी रंगत में था। यूपी की सियासत में मजबूत दखल रखने वाले कई नेता ईद पर उसके घर पहुंचते थे। आंगन में दिग्गजों का जमावड़ा होता था। जश्न-ए-ईद पर बिरयानी और नल्ली निहारी की दावतें चलती थीं। लेकिन, इस बार तस्वीर अलग है। 28 मार्च को हुई मुख्तार अंसारी की मौत के बाद से कोठी में एक खामोशी छाई है, जो ईद पर भी कायम रही। मुख्तार की पत्नी अफशां अंसारी लंबे वक्त से फरार चल रही है। बेटे अब्बास अंसारी ने बुधवार को अपने पिता की कब्र पर फातिहा तो पढ़ा, लेकिन घर जाने की इजाजत नहीं मिली।

मुख्तार के बेटे उमर अंसारी का छलका दर्द

ईद के मौके पर मुख्तार अंसारी के बंगले पर मायूसी छाई रही। उसके छोटे बेटे उमर अंसारी ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर अपना दर्द भी बयां किया। मुख्तार अंसारी के फेसबुक पेज पर उमर अंसारी ने लिखा, ‘हमारे सभी प्रियजनों, आज हम ईद मना रहे हैं और मुझे अपने अब्बा की कमी लगातार महसूस हो रही है। हमारे प्यारे मुख्तार अंसारी साहब के ना रहने से मेरा दिल दुखता है। भले ही आज वो हमारे बीच मौजूद ना हों, लेकिन वो लाखों दिलों में जीवित रहेंगे। हमें अपना प्यार और शक्ति देते रहेंगे। ईद मनाते हुए, आइए हम उन्हें अपनी दुआओं में याद करते हैं। मैं आपको और आपके परिवार को ईद की मुबारकबाद देता हूं।’

दो दिन तक गाजीपुर जेल में अब्बास अंसारी

मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सीट से विधायक अब्बास अंसारी आर्म्स एक्ट के मामले में यूपी की कासगंज जेल में बंद हैं। अब्बास अपने पिता के जनाजे में शामिल नहीं हो पाए थे। इसके बाद फातिहा पढ़ने के लिए अब्बास ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद अब्बास को तीन दिन के लिए कासगंज से गाजीपुर जेल में शिफ्ट किया गया है। हालांकि, कोर्ट ने उन्हें गाजीपुर में अपने घर जाने की इजाजत नहीं दी है। बुधवार को अब्बास ने अपने पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ा और फिर वापस उन्हें गाजीपुर जेल लाया गया। ईद के दिन भी अब्बास जेल में ही कैद रहे। हालांकि, 11 और 12 मार्च को अब्बास अपने परिवार के लोगों से मिल सकते हैं। 13 मार्च को फिर से अब्बास को कासगंज जेल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। 

ईद पर अफशां अंसारी ने नहीं किया सरेंडर

फर्जी तरीके से जमीनों पर कब्जे और धोखाधड़ी के कई मामलों में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी फरार चल रही है। यूपी पुलिस ने लेडी डॉन कही जाने वाली अफशां के ऊपर 75 हजार रुपए का इनाम भी रखा है। पिछले काफी वक्त से पुलिस की टीमें उसे तलाश रही है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। पहले माना जा रहा था कि अपने पति को आखिरी बार देखने के लिए अफशां जरूर आएगी, लेकिन वो नहीं आई।

हाल ही में मुख्तार के बड़े भाई और लोकसभा सांसद अफजाल अंसारी ने अफशां से सरेंडर करने की अपील भी की थी। माना जा रहा था कि अफशां ईद पर सरेंडर कर सकती है। दिन बीत चुका है… और अफशां अंसारी अभी भी फरार है। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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