दुर्गेश्वर राय की रिपोर्ट
अतर्रा(बांदा)। शैक्षिक संवाद मंच द्वारा गत दिवस ऑनलाइन काव्य गोष्ठी फूले है पलाश के द्वितीय संस्करण का आयोजन किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के 16 कवियों ने होली के अवसर पर श्रोताओं को घनाक्षरी, दोहा, छंद एवं छंदमुक्त कविताओं के रंगों से सराबोर किया।
कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध साहित्यकार और सेवानिवृत प्राचार्य बी एल दीक्षित (ग्वालियर ) मुख्य अतिथि रहे जबकि अध्यक्षता मंच के संस्थापक, वरिष्ठ साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय ने किया।
उक्त जानकारी देते हुए मंच के वरिष्ठ सदस्य दुर्गेश्वर राय ने बताया कि तीन घंटे तक चली इस आनलाइन काव्य गोष्ठी में विशेषज्ञ पैनल द्वारा पूर्व चयनित चयनित 16 कवियों ने होली, नववर्ष, फाग, वसंत, तरुणाई, काशी की होली, फागुन, वासंती रंग आदिक विषयों पर संगीतमय प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि बी एल दीक्षित ने मंच पर उच्च स्तरीय अनुशासन और समयबद्धता की सराहना करते हुए सभी कवियों की रचनाओं का साहित्यिक विश्लेषण कर आशीष प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रमोद दीक्षित मलय ने शैक्षिक मंच के साहित्यिक कार्यों का परिचय देते हुए सभी कवियों का उत्साहवर्धन किया। फतेहपुर की कवयित्री सीमा मिश्रा के शानदार संचालन ने अर्धशताधिक श्रोताओं को अंत तक बांधे रखा। डॉ शालिनी गुप्ता(सोनभद्र), विन्ध्येश्वरी प्रसाद ‘विन्ध्य’ (वाराणसी), अमित कुमार(इटावा), जितेन्द्र द्विवेदी ‘सरस'( कानपुर), पवन कुमार तिवारी (बाँदा), वत्सला मिश्रा (प्रयागराज) आभा त्रिपाठी ( मऊ) दीप्ति राय दीपांजलि ( गोरखपुर), अनीता यादव (मऊ), सीमा मिश्रा (फतेहपुर) अशोक प्रियदर्शी (चित्रकूट), अनामिका ठाकुर (छत्तीसगढ़), डॉ० अरविन्द द्विवेदी (वाराणसी), श्रुति त्रिपाठी (बस्ती), दुर्गेश्वर राय (गोरखपुर), रुखसाना बानो (मिर्जापुर), मृदुला वर्मा (कानपुर) अतिथि कवियों राजकिशोर बाजपेयी, देवेंद्र सिंह, सम्कित जैन (गुरुग्राम) आदि ने काव्य पाठ किया।
मऊ की कवयित्री आभा त्रिपाठी ने सभी अतिथियों, कवियों कवयित्रियों और शैक्षिक संवाद मंच के प्रति आभार व्यक्त किया।
गोष्ठी हेतु चयनित सभी कवियों को मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय द्वारा आकर्षक ई प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। सभी रचनाओं को सम्मिलित कर ई बुक का प्रकाशन होली के शुभ अवसर पर किया जाएगा।
Author: samachar
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