दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
हर आम दिन की तरह दिल्ली में रहने वाले 71 वर्षीय डॉक्टर रमेश सिंह (बदला हुआ नाम) अपने काम में बिजी थे कि उनके मोबाइल पर एक वॉटसऐप वीडियो कॉल आई। रमेश सिंह ने कॉल उठाई तो सामने एक लड़की थी, जिसने थोड़ी-बहुत बातचीत के बाद उनसे अश्लील बातें करने शुरू कर दीं। बातचीत के दौरान ही कॉल पर मौजूद लड़की अपने कपड़े उतारने लगी और रमेश से भी ऐसा करने को कहा। रमेश बातों में आ गए और जैसा लड़की ने कहा, वैसा ही करने लगे। उन्हें अंदाजा नहीं था कि ये पूरी वीडियो कॉल रिकॉर्ड हो रही है।
अगले ही दिन रमेश के पास अंजान नंबर से फोन आया और लड़की के साथ रिकॉर्ड किए गए उनके वीडियो को वायरल करने की धमकी दी। कॉल करने वाले शख्स ने उनसे एक मोटी रकम की मांग करते हुए कहा कि अगर उन्होंने ये रुपए नहीं दिए तो वो ये वीडियो उनके परिवार के लोगों के पास पहुंच जाएगा। रमेश बुरी तरह डर गए, उन्हें अंदाजा नहीं था कि उनकी एक छोटी सी भूल उन्हें इतनी बड़ी मुसीबत में फंसा देगी। धीरे-धीरे कर शख्स ने रमेश से 8 लाख 60 हजार रुपए ऐंठ लिए। रुपयों की मांग जब और बढ़ने लगी तो रमेश पुलिस के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन की तो सेक्सटॉर्शन के इस गैंग का मेवात कनेक्शन सामने आया।
मेवात में जुड़े सेक्सटॉर्शन गैंग के तार
पुलिस ने इस गैंग को दबोचने के लिए अलग-अलग टीमें बनाईं। तहकीकात की गई तो पता चला कि रमेश से ऐंठे गए रुपए हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र के अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए हैं। इन सभी खातों मे एक बात कॉमन थी, कि ये खाते डिजिटल खोले गए थे और इनमें केवाईसी को भी पूरा नहीं किया गया था। इसके बाद उन नंबरों की छानबीन की गई, जिनके जरिए रमेश को कॉल कर ब्लैकमेल किया गया था। इन सभी नंबरों की लोकेशन राजस्थान के मेवात में थी। पुलिस की टीम तुरंत मेवात पहुंची और रेड मारकर महफूज और आमिर खान नाम के दो लोगों को पकड़ा गया। दोनों के पास से पुलिस को 7 मोबाइल फोन और 11 सिम कार्ड मिले। एक मोबाइल में रमेश के वो दो वीडियो भी थे, जिनके लिए उन्हें ब्लैकमेल किया गया। बिहार, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में ये लोग इस तरह से करीब 25 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। पुलिस का कहना है कि कुछ और लोग भी इस गैंग में शामिल हैं, जिन्हें पकड़ने की लिए टीमें जुटी हुई हैं।
दरअसल, रमेश सिंह पहले शख्स नहीं हैं, जो इस तरह के गैंग के शिकार बने हैं। ठगी के इस जाल को ‘सेक्सटॉर्शन’ कहा जाता है, जिसमें सामने वाले शख्स के साथ वॉटसऐप पर महिला की अश्लील बातें और वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर लिया जाता है। इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेलिंग के जरिए रुपए ऐंठने का खेल। दिल्ली सहित एनसीआर और शहरी इलाकों में सेक्सटॉर्शन का जाल तेजी से फैल रहा है और लोग इस जाल में बुरी तरह फंस रहे हैं। ऐसे में आपके लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि आखिर ये गैंग कैसे काम करता है। सेक्सटॉर्शन क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है?
क्या है सेक्सटॉर्शन?
सबसे पहले ये समझ लीजिए कि आखिर सेक्सटॉर्शन होता क्या है। आम भाषा में कहें तो ये एक तरह की ब्लैकमेलिंग है, जिसमें सबसे ज्यादा उन लोगों को फंसाया जाता है, जो अपना अच्छा-खासा टाइम सोशल मीडिया पर या ऑनलाइन बिताते हैं। सेक्सटॉर्शन से जुडे़ गैंग के मेंबर सोशल मीडिया एक्टिविटी के जरिए अपने शिकार को ट्रैक करते हैं और इसके बाद दो तरीकों से उसे फंसाते हैं। इनमें सबसे पहला तरीका है- वॉटसऐप वीडियो कॉल का। वॉटसऐप पर अंजान नंबर से एक वीडियो कॉल आती है और दूसरी तरफ मौजूद लड़की पहले अपनी बातों से लुभाती है और इसके बाद खुद कपड़े उतारते हुए सामने वाले शख्स से भी ऐसा करने को कहती है। ये पूरी वीडियो कॉल रिकॉर्ड कर ली जाती है और इसके बाद वायरल करने की धमकी देकर रुपए ऐंठे जाते हैं।
सेक्सटॉर्शन के जाल में फंसाने का दूसरा तरीका है फेसबुक मैसेंजर। सेक्सटॉर्शन गैंग के मेंबर ऐसे शख्स को अपना शिकार बनाने के लिए चुनते हैं, जो फेसबुक पर ज्यादा समय बिताने के साथ-साथ अश्लील वेबसाइट या पेज विजिट करते हैं। शख्स को पहले एक फेक महिला प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है और स्वीकार करते ही मैसेंजर पर मैसेज आने लगते हैं। बातचीत आगे बढ़ाई जाती है और फिर शख्स को वीडियो कॉल पर सेक्स चैट करने का ऑफर दिया जाता है। इसके बाद फिर वही वॉटसऐप वीडियो कॉल वाला खेल शुरू हो जाता है। सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए गैंग के लोग अपने शिकार की फैमिली की भी जानकारी निकाल लेते हैं। ये गैंग अपने शिकार के मन में डर बिठाने में माहिर होते हैं और ऐसा माहौल बना देते हैं कि अगर उनकी डिमांड पूरी नहीं की गई तो वो उस शख्स की सारी इज्जत की धज्जियां उड़ा देंगे।
सेक्सटॉर्शन से कैसे बचें?
अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल लॉक रखें, ताकि आपसे जुड़ी जानकारी अंजान लोगों तक ना पहुंच पाए।
सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपने डेटा को सेफ रखने के लिए प्राइवेसी सेटिंग का इस्तेमाल करें।
फेसबुक पर आपकी फ्रेंड लिस्ट कोई अंजान शख्स ना देख पाए, इसके लिए उसे छिपाकर रखें।
अंजान नंबर से वॉटसऐप या मैसेंजर पर आए वीडियो लिंक या फाइल पर क्लिक ना करें।
अगर किसी डेटिंग साइट पर अपना प्रोफाइल बना रहे हैं तो निकनेम का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से सेक्सटॉर्शन से जुड़े गैंग के लिए आपकी पर्सनल जानकारी निकालना मुश्किल होगा।
अंजान प्रोफाइल से आई फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार करने या फॉलो करने से बचें।
अगर किसी वजह से सेक्सटॉर्शन के जाल में फंस गए हैं तो बिना देर किए पुलिस के पास जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."