दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के साथ लखनऊ की पूर्वी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर सबकी नजर है। यह सीट योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे आशुतोष टंडन के निधन के बाद खाली हुई है। हालांकि इस सीट कब चुनाव होगा यह साफ नहीं हुआ है लेकिन चुनाव आयोग कभी भी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। वहीं इस सीट पर दावेदारों के नामों पर भी चर्चा शुरू हो गई है।
बीजेपी में प्रदेश उपाध्यक्ष से लेकर युवा नेता इस सीट से चुनाव लड़ने की रेस में है। इस सीट के लिए लखनऊ से सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे नीरज सिंह, अमित टंडन, अभिजात मिश्रा, ब्रज क्षेत्र के प्रभारी संतोष सिंह और संजय चौधरी प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि बीजेपी किसे इस उपचुनाव में मौका देगी यह भी बड़ा सवाल है।
बीजेपी के लिए मानी जाती सेफ सीट
लखनऊ की पूर्वी सीट बीजेपी के लिए बेहद सेफ कही जाती है क्योंकि इस सीट पर अधिक संख्या में ब्राह्मण और पूर्वांचल के लोग हैं। वहीं 2012 के चुनाव में भाजपा ने यहां से कलराज मिश्र को उम्मीदवार बनाया। वहीं बीजेपी की उम्मीद पर वो खरे भी उतरे और जीत दर्ज की थी। हालांकि, वर्ष 2014 में उन्हें देवरिया से लोकसभा सीट का टिकट दिया गया।
वहां से कलराज मिश्र के चुनाव जीतने के बाद लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट खाली हो गई थी। उपचुनाव में आशुतोष टंडन को टिकट दिया गया और उन्होंने भी इस सीट पर भाजपा का परचम बुलंद रखा।लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि घोसी उपचुनाव की तरह लखनऊ पूर्वी उपचुनाव में भी बीजेपी-सपा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
अभिजात मिश्रा को भी मिल सकता है मौका
बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री रहे अभिजात मिश्रा का नाम भी चर्चा में है क्योंकि पिछले काफी समय से उनकी सक्रियता भी देखने को मिल रही है। इसके साथ ही युवा आयु वर्ग में उनकी अच्छी लोकप्रियता भी है। वो लव जिहाद, राष्ट्रवाद जैसे तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।
यही नहीं भाजपा नेता अभिजात मिश्रा ने हुसैनगंज स्थित छितवापुर पुलिस चौकी के सामने वाली रोड पर स्थित मस्जिद को शिवालय होने का दावा कर चुके हैं। यहां वो जलाभिषेक करने निकले थे लेकिन पुलिस ने उन्हें नजर बंद कर दिया था। ऐसे में बीजेपी अभिजात को उपचुनाव में मौका दे सकती है। इसके अलावा यूपी की राजनीति में तेजी से उभरता चेहरा युवा नेता नीरज सिंह के नाम को लेकर भी चर्चाएं जोरो पर है।
अमित टण्डन के नाम की चर्चा
बीजेपी से इस सीट के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के लिए कई नेताओं के नाम चर्चाओं में इस वक्त चल रहे है। इसमें से एक नाम अमित टंडन का भी चल रहा है। बीजेपी अमित टंडन को पूर्व सांसद लाल जी टंडन के बेटे और आशुतोष टंडन गोपाल जी के भाई होने के नाते उम्मीदवार बना सकती है। इसके साथ ही यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष और ब्रज क्षेत्र के प्रभारी संतोष सिंह को भी प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा जोरों पर चल रही है। इसके अलावा लाल जी टंडन के करीबी रहे संजय चौधरी को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। कार्यकर्ताओं की मंशा है कि संजय चौधरी को लखनऊ पूर्वी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी से टिकट मिले।
अमित टण्डन संभाल रहे विरासत
पहले यह माना जा रहा था कि लालजी टण्डन और उसके बाद आशुतोष टण्डन गोपाल जी की निधन के बाद पुराने लखनऊ के टण्डन परिवार का राजनीतिक भविष्य समाप्त हो चुका है, मगर जिस तरह से गोपाल जी टण्डन के छोटे भाई अमित टण्डन लखनऊ पूर्व क्षेत्र में सक्रिय हो चुके हैं उसको देखते हुए कहा जा रहा है कि टण्डन परिवार अभी भी राजनीति में अपने आप को जीवित रखने का प्रयास करने में लगा हुआ है। गोपाल जी की श्रद्धांजलि सभा के बाद से ही अमित टण्डन ने उनकी विरासत को संभाल लिया है।
कुल मतदाता : 447704
महिला : 163325, पुरुष : 189532
जाति मतदाता
दलित 80 हजार
क्षत्रिय 70 हजार
ब्राह्मण 65 हजार
कायस्थ 40 हजार
मुस्लिम 40 हजार
यादव 25 हजार
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."