इरफान अली लारी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में रविवार को पुलिस सिपाही भर्ती परिक्षा के दौरान अनोखा मामला सामने आया। यहां चार दिन पहले हुई शादी के बाद परीक्षा दने पहुंची दो नई नवेली दुल्हनों ने सिपाही भर्ती की परीक्षा इसलिए छोड़ दी, क्योंकि उन्हें अपनी सुहाग की निशानी बिछिया उतारने को कहा गया। केंद्र व्यवस्थापक के लाख कोशिशें के बावजूद भी नवविवाहिताओं ने पैर की बिछिया नहीं उतारी, जिसकी वजह से दोनों को परीक्षा छोड़नी पड़ी।
दरअसल, परीक्षा केंद्र के गेट पर स्कूल प्रशासन चेकिंग के दौरान परीक्षा में प्रतिबंधित चीज़ओं जिनमें पैर की बिछिया शामिल थी उसे उतरवाया जा रहा था। जिले में दो अलग-अलग विद्यालयों के केन्द्र व्यवस्थापकों की हठधर्मिता के चलते दो नव विवाहिताओं को सिपाही भर्ती परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया। जिसके बाद दोनों अभ्यर्थियों ने जिला प्रशासन से मामले की लिखित शिकायत की है। दोनों पीड़ित अभ्यर्थी नव विवाहिता दीक्षा कुमारी और डॉली यादव ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि बिछिया प्रतिबंधित सामान में नहीं आते और ये कोई नकल सामग्री का हिस्सा भी नहीं है।
अलीगंज कस्बा की रहने वाली दीक्षा कुमारी का परीक्षा केंद्र डॉ लोकमन दास स्कूल अलीगंज रोड औरशीतलपुर ब्लॉक के हीरापुर गांव की रहने वाली डॉली यादव का परीक्षा केंद्र था डॉ जाकिर हुसैन इस्लामियां इंटर कॉलेज निधौलीकलां में था। नवविवाहिता दीक्षा कुमारी की 4 दिन पहले तो डॉली यादव की 3 दिन पहले शादी है. जब दोनों ने पैर की बिछिया नहीं उतारी तो दोनों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया।
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अलीगंज कस्बा की रहने वाली दीक्षा कुमारी का परीक्षा केंद्र डॉ लोकमन दास स्कूल अलीगंज रोड औरशीतलपुर ब्लॉक के हीरापुर गांव की रहने वाली डॉली यादव का परीक्षा केंद्र था डॉ जाकिर हुसैन इस्लामियां इंटर कॉलेज निधौलीकलां में था। नवविवाहिता दीक्षा कुमारी की 4 दिन पहले तो डॉली यादव की 3 दिन पहले शादी है। जब दोनों ने पैर की बिछिया नहीं उतारी तो दोनों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."