इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, महेश्वरी देवी पत्नी स्वर्गीय गिरधारी पांडे जो ग्राम बरूईपुर खास, पोस्ट- मदरा पाली (भरत राय) थाना- रामपुर कारखाना, जिला देवरिया की निवासी हैं, की जमीन को उसी गांव के फूल बदन निशाद और दयाशंकर श्रीवास्तव ने पांच वर्ष पहले फर्जी तरीके से बैनामा कर लिया । फूल बदन और दया शंकर दोनों एक दूसरे के बैनामा पेपर पर गवाह भी हैं।
पीड़िता महेश्वरी देवी अपने दो बेटे रमेश और मोहन के साथ गुवाहाटी में रहती आ रही है । वह अपने गांव मदरा पाली में कभी-कभार आती हैं। महेश्वरी देवी और उनके बच्चों को हिंदी बोलने और लिखने में कठिनाई होती है । उन्हें असमिया भाषा समझ में आता है । इसी बात का फायदा उठाकर उक्त लोगों ने उनकी जमीन को बैनामा करा लिया और उसके बदले उन्हें उसकी कीमत नहीं दी।
बैनामा जमीन की धनराशि को प्राप्त करने के लिए दो बार पंचायत हुई जो तमाम गवाहों के बीच एक स्टांप पेपर पर लिखित साक्ष्य के रूप में उपलब्ध है । जिसमें क्रेताओं ने यह लिखा है कि मैं उनकी जमीन का पैसा वापस कर दूंगा परंतु अब तक उन्हें फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है । उनकी नियत जमीन की धनराशि देने की नहीं है। पीड़िता व उसके दोनों बेटे जिला अधिकारी से लेकर विभाग के आला अधिकारी तक अपनी बात रख चुके हैं पर अभी तक उनको न्याय नहीं मिला है।
मीडिया से बातचीत में महेश्वरी देवी ने कहा कि मेरे पास विभागीय कार्रवाई हेतु अनेक कागज दस्तावेज मौजूद हैं जिसकी एक मोती फाइल बन चुकी है। मैं अपनी बेटी के घर भाटपार रानी तहसील के बड़का गांव में रह रही हूं । मेरे दोनों बच्चे रोजी-रोटी के लिए गुवाहाटी चले गए हैं।
मैं दर-दर की ठोकर खा रही हूं पर प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है । वृद्ध महिला ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है ।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."