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26 December 2024 5:46 pm

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‘भाई छोरी की कुश्ती छुड़वा दी, छोरे का पद्मश्री ले लिया, अब फेडरेशन रद्द…यो काम पहले कर देते… 

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

संजय सिंह के नेतृत्व में भारतीय कुश्ती महासंघ की नव निर्वाचित कार्यकारिणी को खेल मंत्रालय ने निलंबित कर दिया है। मंत्रालय ने अपने फैसले में कहा है कि डब्ल्यूएफआई ने मौजूदा नियमों के प्रति पूरी तरह से उपेक्षा दिखाई है। 

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में खेल मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की घोषणा जल्दबाजी में की गई और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। मंत्रालय ने हवाला दिया कि कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने 21 दिसंबर को घोषणा की कि जूनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं इस साल के अंत से पहले शुरू होंगी। 

मंत्रालय ने विस्तार से बताया कि यह नियमों के खिलाफ है- प्रतियोगिता की घोषणा से पहले कम से कम 15 दिन के नोटिस की जरूरत होती है ताकि पहलवान तैयारी कर सकें। यह फैसला अकेले अध्यक्ष नहीं करता बल्कि कुश्ती संघ की एग्जीक्यूटिक ​कमिटी करती है, जिसके लिए एक तिहाई सदस्यों की सहमति जरूरी होती है। यहां तक ​​कि एग्जीक्यूटिव कमिटी की आपातकालीन बैठक के लिए भी 1/3 प्रतिनिधियों की सहमति और न्यूनतम 7 दिन की नोटिस अवधि की आवश्यकता होती है। 

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सरकार के इस फैसले पर पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और नए अध्यक्ष संजय सिंह का विरोध कर रहे पहलवानों की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। रेसलर विनेश फोगाट ने आज तक से बातचीत में कहा कि हमारी लड़ाई कभी सरकार के खिलाफ नहीं थी। बस हमारी इतनी सी लड़ाई है कि जिन्होंने गलत किया उन्हें सजा मिलती चाहिए। हमारी लड़ाई उनसे है जिन्होंने महिला खिलाड़ियों के साथ गलत किया है। 

हमारी लड़ाई महिलाओं के शोषण के खिलाफ: विनेश फोगाट

विनेश ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह खिलाड़ियों के लिए अच्छा है। कोई सही आदमी फेडरेशन का अध्यक्ष बनना चाहिए। कोई महिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर आनी चाहिए, जिससे हमें भी सुकून मिलेगा की हमारी लड़ाई, हमारे संघर्ष की जीत हुई। पहलवानों का आंदोलन राजनीति से प्रेरित होने के आरोप पर विनेश ने कहा, ‘महिलाओं के साथ शोषण हुआ है। हम उसके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, इसमें कैसी राजनीति’। 

विनेश ने कहा, ‘आप अच्छे आदमी को फेडरेशन का अध्यक्ष बना दीजिए, उसके बाद भी हम कुछ करें तो आप कहिएगा कि हम राजनीति कर रहे। हम शुरू से कह रहे हैं कि हमारी लड़ाई बृजभूषण शरण सिंह के शोषण के खिलाफ है। हम कोर्ट में उसके खिलाफ लड़ रहे हैं। हमें जिस दिन न्याय मिल जाएगा, हम उसी दिन खत्म कर देंगे’। 

सरकार ने बहुत सही निर्णय लिया, अच्छे लोग आने चाहिए: बजरंग

पहलवानों के प्रोटेस्ट का नेतृत्व कर रहे बजरंग पूनिया ने कहा, ‘यह निर्णय बिल्कुल सही लिया गया है। हमारी बहन-बेटियों के साथ गलत व्यवहार करने वालों का रेसलिंग फेडरेशन से सफाया होना चाहिए’। अपना पद्मश्री वापस लेने के सवाल पर बजरंग पूनिया ने कहा, ‘हम पर जातिवाद, क्षेत्रवाद के तमाम आरोप लगे। मैं बता दूं कि जब हम मेडल जीतते हैं तब हम देश के होते हैं। हम खिलाड़ी कभी जात-पात नहीं देखते। हम एक अखाड़े में रहते हैं, एक थाली में रोटी खाते हैं। कोई स्पोट्स बॉडी खिलाड़ियों की मदद करने के लिए बनाई जाती है, न की उन्हें दबाने के लिए। अच्छे लोगों को फेडरेशन में ले आइए, हम स्वागत करेंगे’। 

बजरंग ने आरोप लगाया कि बृजभूषण शरण सिंह के घर से कुश्ती संघ को चलाया जा रहा था। उन्होंने कहा, ‘हाल के चुनावों के बाद बृजभूषण कह रहा था कि दबदबा था, दबदबा है और दबदबा रहेगा। क्या वह बीजेपी और सरकार से भी बड़ा हो गया है? लड़कियों ने कितनी हिम्मत दिखाई और 12 साल से हो रहे शोषण के खिलाफ आंदोलन शुरू किया। अगर सरकार हमारा साथ नहीं देगी तो बृजभूषण अपनी ताकत से हमारी आवाज दबा देगा। न्यायपालिका पर हमें भी भरोसा है, उससे बड़ा देश में कुछ भी नहीं। हमें न्याय मिलेगा इसका विश्वास है’। 

अपना पद्मश्री सम्मान और साक्षी मलिक के संन्यास वापस लेने के सवाल पर बजरंग पूनिया ने कहा, ‘देखिए अगर सारी चीजें न्याय की तरफ जाती हैं, तो यह सम्मान हमें देश और सरकार ने दिया है। हमने कुछ अच्छा किया है इसलिए दिया है, तो हम जरूर ग्रहण करेंगे। हमसे बड़ा देशभक्त कौन होगा जो अपने तिरंगे लिए ​इतना खून-पसीना बहाते हैं’। 

पूर्व अंतरराष्ट्रीय रेसलर गीता फोगाट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ को निलंबित किया। भले ही देर से पर एक उम्मीद की किरण जरूर जागी है की पहलवानों को इंसाफ मिलेगा’।

https://twitter.com/boxervijender/status/1738805016926855567?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1738805016926855567%7Ctwgr%5E01870eb010d7d07dea1000f7baba2aec58d7ea21%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fapi-news.dailyhunt.in%2F

ओलंपिक पदक विजेता बॉक्सर विजेंदर सिंह ने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘भाई छोरी की कुश्ती छुड़वा दी। छोरे का पद्मश्री ले लिया अब बोले की फेडरेशन रद्द करदी। यो काम पहले ही कर देते’देते’। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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