रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है। राज्य में पार्टी की जीत के बाद अब सीएम चेहरे को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। सीएम की रेस में कई चेहरे हैं। पूर्व सीएम रमन सिंह का नाम सबसे आगे चल रहे हैं। हालांकि बीजेपी ने अपने फैसलों से सभी को चौंकाया है। ऐसे में आदिवासी सीएम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव को देखते हुए आदिवासी चेहरे पर सीएम का दांव चलती है तो इस रेस में बड़ा नाम केवल विष्णु देव साय का सामने आ रहा है।
2018 में बीजेपी की हार के बाद बीजेपी ने विष्णुदेव साय को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। अब ऐसे में अगर छत्तीसगढ़ में भाजपा आदिवासी मुख्यमंत्री बनाती है तो सबसे पहला नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय का होगा। विष्णुदेव साय राज्य में आदिवासी का बड़ा चेहरा हैं। साय इस बार कुनकुरी विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने हैं।
साल 2022 में विष्णुदेव साय को हटाकर अरुण साव को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। साव इस बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक बने हैं। छत्तीसगढ़ की गिनती आदिवासी बाहुल्य राज्यों में होती है। यहां की 32 फीसदी आबादी एसटी वर्ग की है। 32 फीसदी आबादी को साधने के लिए बीजेपी आदिवासी सीएम का दांव चल सकती है।
अगर बीजेपी आदिवासी समुदाय के नेता को सीएम बनाती है तो इस वर्ग से आने वाले बीजेपी नेता विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे हैं। इसका एक कारण है अमित शाह का एक बयान। दरअसल, कुनकरी में अमित शाह ने रैली के दौरान कहा था कि विष्णुदेव साय को विधायक बना दीजिए बड़ा आदमी मैं बना दूंगा। अमित शाह के इस बयान के बाद भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज्य में बीजेपी चौंकाने वाला फैसला लेते हुए विष्णुदेव साय को मौका दे सकती है।
किस पार्टी को कितनी सीटें
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के रिजल्ट 3 दिंसबर को घोषित हुआ था। चुनाव से पहले दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर बताई जा रही थी लेकिन बहुमत बीजेपी को मिला। बीजेपी के खाते में 54 सीटें आईं जबकि कांग्रेस के खाते में 35 सीटें आईं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."