दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
दिल्ली में कई गैंगस्टर्स हैं, लेकिन इन दिनों एक गैंगस्टर ने दिल्ली से लेकर अमेरिका तक हड़कंप मचा रखा। उम्र अभी 18 साल भी नहीं हुई, लेकिन दिल्ली में दहशत का दूसरा नाम बन गया है। 4 हत्याओं को 18 साल होने से पहले ही अंजाम दे चुका है। ख्वाब है देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा गैंगस्टर बनना। कौन है दिल्ली का ये ये मायावी राक्षस जो पैदा होते ही कातिल बन गया।
दिल्ली का ‘मायावी’ गैंग की दहशत
मंगलवार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में एक कत्ल हुआ। जिसकी गूंज अमेरिका तक रही। ये कत्ल था फेमस चेन अमेजन के मैनेजर का। अमेजन एक अमेरिकी कंपनी है। हरप्रीत अमेजन की दिल्ली की ब्रांच मैनेजर के रूप में काम करते थे, लेकिन मंगलवार के दिन उनकी हत्या कर दी गई। वो अपने एक फ्रेंड के साथ थे और एक पार्टी से वापस लौट रहे थे। उस रात दिल्ली का ये मायावी राक्षस, हरप्रीत और उनके दोस्त के सामने आ गया। इसने हरप्रीत की हत्या कर दी जबकि उनके दोस्त को घायल कर दिया।
गैंग में मालू, बावर्ची, बिरयानी और माया शामिल
इस मायावी राक्षस का नाम है समीर, लेकिन ये खुद को माया कहता है। उम्र बस इसी साल 18 हुई है। यानी अब तक नाबालिग था, लेकिन काम ऐसे खौफनाक जिन्हें सुनकर होश उड़ जाएं। हरप्रीत का कत्ल माया ने बेशक 18 साल में किया, लेकिन इससे पहले भी ये तीन कत्ल कर चुका है। इतनी छोटी उम्र में इसने एक गैंग भी तैयार कर लिया है। इस गैंग को माया गैंग के नाम से जाना जाता है। इस गैंग में समीर के अलावा इसके दोस्त, 23 साल का सोहेल उर्फ बावर्ची, 23 साल का ही जुनैद उर्फ बिरयानी और 19 साल का अदनान उर्फ डॉन शामिल हैं। इनके अलावा करीब 20 और लड़कों को भी इसने अपने गैंग में मिला लिया है।
इंस्टाग्राम में डाली है हथियारों के साथ फोटो
इसका मकसद है सबसे बड़ा गैंगस्टर बनना और ये उसी अंदाज में काम करता है। इसकी इंस्टाग्राम प्रोफाइल को अगर आप देखेंगे तो चौंक जाएंगे। उसमें इसने लिखा है, नाम- बदनाम, पता- कब्रिस्तान, उम्र- जीने की, शौक-मरने का। इंस्टाग्राम प्रोफाइल में माया ने अपनी कई ऐसी तस्वीरें डाली है जिसमें इसके हाथ में पिस्टल है। हथियारों के साथ इसने कई फोटो खिंचवाई हैं। कहीं छत में खड़े होकर फायरिंग करता दिख रहा है तो कहीं दोनों हाथों में पिस्टल ली हुई है। कुछ तस्वीरें जेल के अंदर की भी है जिसमें अपने गैंग के दूसरे लोगों के साथ है।
एक फिल्म देखकर बना है गैंगस्टर
समीर उर्फ माया को गैंगस्टर बनने का शौक फिल्म शूट आउट एक लोखंडवाला देखने के बाद लगा था। इस फिल्म को देखने के बाद ये खुद फिल्म की हीरो की तरह दिखाने लगा और इसने एक गैंग भी बना लिया। ये फिल्म वैसे तो साल 2007 में रिलीज हुई थी, लेकिन इसने कुछ साल पहले इस फिल्म को केबल पर देखा था। बस उसके बाद से ही ये खुद को गैंगस्टर की तरह दिखाने लगा और जुर्म की दुनिया में कूद गया।
क्या किसी बड़े गैंगस्टर से है माया का ताल्लुक?
ये खुद को माया भाई कहता है और अपने गैंग को माया गैंग। इसी साल इसने 18 साल पूरे किए हैं, यानी बालिग हुआ है लेकिन पुलिस ने बताया कि नाबालिग रहते हुए ही इसके ऊपर तीन हत्या के मामले दर्ज हैं। यही नहीं इसके कुछ दोस्तों पर भी नाबालिग रहते हुए हत्या करने के आरोप हैं। अब पुलिस जांच कर रही है कि 18 साल का ये लड़का क्या किसी और गैंगस्टर से जुड़ा हुआ है।
रोड रेज में की अमेजन के मैनेजर की हत्या
अमेजन के मैनेजर की हत्या भी इसने रोड रेज मामले में की। 29 अगस्त की रात को ये अपने दोस्तों के साथ आ रहा था। सामने से हरप्रीत और उनका एक दोस्त बाईक पर आ रहे थे।
भजनपुरा में संकरी गली होने की वजह से हरप्रीत और उनके दोस्त इन गैंगस्टर्स के सामने आ गए। रास्ता देने को लेकर दोनो गुटों में झड़प हुई और फिर माया ने अपनी जेब से पिस्टल निकाली और दोनों पर फायरिंग कर दी। हरप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनके दोस्त अभी अस्पताल में सीरियस हैं।

Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."