अमित खुंटे की रिपोर्ट
मस्तुरी। ग्राम पंचायत सरगांव में भोजली प्रतियोगिता रखा गया जिसमें बहुत सारे पुरुस्कार रखा गया था।
यह प्रतियोगिता अपने छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण त्यौहार भोजली को जीवंत करने के लिए रखा गया था। इसको लेकर ग्रामीणों के बीच में बहुत ही उत्साह एवं उत्सुकता देखा गया। इसके अलावा टोकन भी रखा गया था। जिसके अंतर्गत महिलाओं को साड़ियां और बच्चे को कुछ पुरुस्कार रासी देकर उनका सम्मान किया गया।
इसमें प्रथम पुरस्कार कविता कैवर्त, द्वितीय अंजनी नेताम, तृतीय सोनी रजक, चतुर्थ अवनी कैवर्त, पंचम द्रोपती यादव एवं सभी को प्रोत्साहन राशि देकर उनका उत्साह बढ़ाया गया।
भोजली त्यौहार को छत्तीसगढ़ में मित्रता दिवस के रूप में देखा जाता है। यह प्रतियोगिता गुढ़ियारी तालाब माताचौरा सरगांव में संपन्न हुआ। जहां बहुत ही संख्या में ग्रामीण जन के साथ-साथ महिला, पुरुष एवं बच्चे उपस्थित रहे। वहां का महौल देखने लायक था।
गांव में पहली बार आयोजित भोजली प्रतियोगिता को देखकर सभी का मन खुशियों से भर रहा था। गांव की हर गलियों पर “देवी गंगा, देवी गंगा, लहरा तुरंगा भोजली गीत बाजे के साथ गुंज रहा था। जो देखने व सुनने में बहुत ही मनमोहक लगा।
Author: samachar
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