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November 3, 2024 12:54 am

पढी लिखी बहू ने जब परिजनों के सामने खोला राज तो सब चौंक गए, पढ़िए क्या था वो राज….

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रघू यादव मस्तूरी की रिपोर्ट 

अंबिकापुर: पढ़ाई-लिखाई जीवन में कितनी जरूरी है। इसका नजारा देखने को मिला छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में। यहां एक अनपढ़ कोरवा परिवार रहता है। उसके पास करीब तीन एकड़ जमीन है। इस जमीन पर फर्जी तरीके से दबंगों ने अपने नाम ट्रांसफर करवा ली। परिवार में कोई पढ़ा-लिखा नहीं है जिस कारण से परिवार के किसी सदस्य को जानकारी ही नहीं हुई की उनकी जमीन पर किसी और का कब्जा है। इस अनपढ़ परिवार में जब एक पढ़ी लिखी बहू आई तो उसने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया। बहू ने जब जमीन के बारे में जानकारी ली और उसकी जांच की तो सच सामने आया। अब पीड़ित परिवार ने इश मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई है।

कोरवा परिवार से चालबाजी कर एक परिचित ने कोर्ट में ले जाकर अंगूठा लगवा लिया। उसके बाद उसकी तीन एकड़ जमीन हड़प ली। अब पीड़ित परिवार ने न्याय के लिए कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौप कर कार्रवाई की मांग की है।

यहां जाने क्या है मामला

मामला संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के ग्राम पंचायत श्रीगढ़ का है। कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपने पहुंचे कोरवा परिवार की सदस्य रंगमतिया कोरवा ने बताया कि तीन एकड़ जमीन पुश्तैनी है। उन्होंने कहा कि मेरे घर में कोई पढ़ा लिखा नहीं है। जब बहू लीला कोरवा घर आई तो मामले का खुलासा हुआ। लीला ने कहा कि मेरे ससुराल वालों ने इस जमीन को कभी बेचा ही नहीं। जब जमीन बेची ही नहीं गई तो यह दूसरे के नाम ट्रांसफर क्यों कर दी गई। जैसे ही फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ लीला के घर में हड़कंप मच गया।

फर्जीवाड़ा सामने आते ही लीला अपने अपने सुसराल वालों को लेकर हल्का पटवारी के पास पहुंची। जिसके बाद मामला साफ हुआ कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक परिचित व्यक्ति ने ही फर्जी तरीके से इस जमीन को अपने नाम ट्रांसफर करवा लिया है। जिसके बाद परिजनों ने कलेक्टर व एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."