धांए…धांय…धांए और गिरने लगी लाशें…वर्षों से धधक रही दुश्मनी की आग ने कर दी धरती लाल..

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

  1. दो परिवारों के खूनी संघर्ष से लाल हुई चंबल की धरती

  2. मुरैना के लेपा गांव में गोलीबारी में चली गई छह जानें

  3. आठ वर्षों से चली आ रही थी दो परिवारों के बीच रंजिश

एमपी के चंबल क्षेत्र का मुरैना जिला एक बार फिर खूनी संघर्ष का गवाब हन गया। दो परिवारों के बीच की पुरानी रंजिश ने ऐसा रूप धर लिया कि एक झटके में छह जानें चली गईं। दोनों परिवारों के बीच विवाद में इससे पहले भी दो मौतें हो चुकी हैं।

मुरैना के लेपा गांव में रहने वाले धीर सिंह और गजेंद्र सिंह के परिवार के बीच साल 2013 से विवाद चला आ रहा है। धीर सिंह के परिवार के दो लोगों की साल 2013 में हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप गजेंद्र सिंह के परिवार पर लगा था। यह मामला कोर्ट में गया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच समाज के लोगों ने पर समझौता करा दिया था।

समझौता होने के बाद गजेंद्र सिंह के परिवार के लोग गांव में रहने के लिए पहुंचे थे। शुक्रवार की सुबह धीर सिंह पक्ष के लोगों ने गजेंद्र सिंह के लोगों पर हमला बोल दिया। शुरुआत लाठी-डंडे से हुई। देखते ही देखते धीर सिंह पक्ष के श्यामू और अजीत ने मिलकर गजेंद्र सिंह और उसके परिवार पर गोलियां चलानी शुरू कर दी।

प्रभारी एएसपी रायसिंह नरवरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि इस गोलीबारी में मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 5 घायल हो गए। घायलों में 4 महिलाएं भी शामिल हैं। सभी पांच घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। घटनास्थल के लिए पुलिस फोर्स को रवाना किया गया है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक छह लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने फायरिंग का वीडियो बनाया जो वायरल हो रहा है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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