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November 22, 2024 9:16 pm

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चार बेटे, करोड़ों की संपत्ति फिर भी वृद्धा आश्रम…रुला देगी 87 वर्षीय मां की कहानी

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ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश के आगरा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. कभी अरबपतियों में गिनती होने वाले परिवार की 87 साल की बुजुर्ग महिला को वृद्धा आश्रम में रहना पड़ रहा है. महिला के चार बेटे हैं और चारों के पास करोड़ों की संपत्ति है. बावजूद इसके बुजुर्ग महिला कई महीनों तक दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर रहीं. बेटे और बहुएं उन्हें रखने के लिए तैयार नहीं हैं।

बुजुर्ग महिला का नाम मां विद्या देवी है, वह आगरा के नामचीन आंखों के अस्पताल के संस्थापक रहे गोपीचंद अग्रवाल की पत्नी हैं. गोपीचंद की गिनती शहर के अरबपतियों में होती थी. विद्या देवी आलीशन कोठी में अपने चार बेटों के साथ रहती थीं. चारों बेटों को अपने पैरों पर खड़ा किया और सभी की शादी की. 13 साल पहले गोपीचंद की मौत हो गई और धीरे-धीरे उनकी जिंदगी बदलने लगी. बेटों ने प्रॉपर्टी का बंटवारा कर लिया लेकिन बूंढी मां को कुछ नहीं मिला. 

बेटों और बहुओं ने बुजुर्ग को घर से निकाला

कुछ दिन तो विद्या देवी अपने बड़े बेटे के साथ रहीं, लेकिन बहु ने ताने मारने शुरू कर दिए. तो वह दूसरे बेटे के साथ रहने लगी.फिर बारी- बारी से तीसरे और चौथे बेटे के साथ रही. लेकिन उनकी किसी के साथ नहीं बनीं. किसी ने कहा कि कपड़े से बदबू आती है तो किसी ने यमुना में फेंकने की बता कही. इस पर भी जब विद्या देवी ने घर नहीं छोड़ा तो बेटे ने बुजुर्ग मां से मारपीट कर धक्के देकर कोठी से बाहर कर दिया।

वृद्धा आश्रम में रहने के लिए मजबूर अरबपति की बुजुर्ग पत्नी

जब इस बात की जानकारी विद्या देवी की रिश्तेदार अग्रवाल महिला मंच की अध्यक्ष शशि गोयल को हुई तो उन्होंने विद्या देवी के बेटों को समझाने की कोशिश की. लेकिन बात नहीं बनी तो 19 दिसंबर  को शशि गोयल, विद्या देवी को अपने साथ रामलाल वृद्धा आश्रम ले आईं. अब विद्या देवी वृद्ध आश्रम में रह रहीं हैं. आश्रम प्रबंधक ने बताया कि बुजुर्ग विद्या देवी की आश्रम में पूरी देखभाल की जा रही हैं. 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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