अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
प्रयागराज। यूपी विधानसभा का 20 फरवरी से शुरू होने वाला बजट सत्र हंगामेदार होगा। इस बात का संकेत समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने दिया है। उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष पूरी तरह से मजबूत है और विपक्ष पूरी मजबूती से जनता से जुड़े मुद्दे को उठाएगा और सरकार को घेरने की भी कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को कम से कम 45 दिन सदन चलाना चाहिए, जिससे जनता से जुड़े सभी मुद्दों और समस्याओं पर सदन में चर्चा हो सके।
वहीं विधानसभा के बजट सत्र में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बगल कुर्सी मिलने के सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनकी कुर्सी पहले ही आगे थी। लेकिन किसे कहां बैठना है यह तय करने का अधिकार पार्टी के नेता को होता है। उन्होंने कहा कि वह जहां पर भी बैठेंगे जनता की आवाज को पुरजोर ढंग से उठाएंगे। वह सदन में कहां बैठते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने इस मामले में मीडिया को भी नसीहत देते हुए कहा कि इस मामले को कतई तूल नहीं देना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान
वहीं समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित मानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भी शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर से पल्ला झाड़ा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह सभी धर्म ग्रंथों और धर्मों का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि वह भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम और भगवान श्री कृष्ण सभी को मानते हैं। उनकी आराधना और पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का जो बयान है वह उनका निजी बयान है। इस मामले को वह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। इसके साथ ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी इस मामले में पहले ही कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य का यह निजी बयान है। उन्होंने कहा कि बेवजह इस बारे में मीडिया सवाल पूछता है और सत्ताधारी बीजेपी इस मामले को तूल दे रही है।
योगी सरकार पर साधा निशाना
शिवपाल सिंह यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी सरकार कोई काम नहीं कर रही है। सिर्फ समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि समाजवादी पार्टी के नेताओं पर झूठे मुकदमे अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और सदन से लेकर सड़क तक इस मामले में लड़ाई लड़ी जाएगी। सपा नेता आरपी यादव को रायबरेली जेल से सुल्तानपुर जेल शिफ्ट किए जाने और उनसे मुलाकात न हो पाने को लेकर कहा कि उन्होंने जेल अधीक्षक और डीएम रायबरेली दोनों को पत्र लिखा था। लेकिन दोनों अधिकारियों का कोई जवाब नहीं आया और इस बीच जेल बदल दी गई। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार में विपक्ष के नेताओं के साथ कभी ऐसा बर्ताव नहीं होता था। लेकिन अब वह सुल्तानपुर जेल जाकर पार्टी नेता आरपी यादव से मुलाकात करेंगे।
लखनऊ का नाम बदलने पर कही ये बात
वहीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले राजधानी लखनऊ में लक्ष्मण जी की मूर्ति लगाए जाने और लखनऊ का नाम बदलकर लखनपुरी किए जाने के सवाल पर कहा है कि सिर्फ नाम बदलने से क्या होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ नाम बदलने की राजनीति करती है।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि नाम बदलने के बजाए बीजेपी को विकास करना चाहिए। नाम बदलने से कुछ नहीं होता नाम बदले जाने के बाद भी लोग शहरों को पुराने नाम से ही पुकारते हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."